अपडेटेड 4 July 2024 at 10:45 IST
अस्ताना में चीन के विदेश मंत्री से हुई जयशंकर की मुलाकात, बनी इन मुद्दों पर सहमति
विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात पर कहा कि सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान पर चर्चा हुई। मुद्दों को हल करने पर सहमति बनी है।
S Jaishankar met his Chinese counterpart Wang Yi: पिछले 3 सालों से यानी मई 2020 से भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध है। खासकर मध्य पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद बना हुआ है। दोनों मुल्कों में तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात चीनी समकक्ष वांग यी से हुई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में गुरुवार को मुलाकात की। दोनों नेताओं को गर्मजोशी से हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने एक साथ तस्वीर खिंचवाने से पहले कुछ देर तक बातचीत भी की।
कजाखिस्तान की राजधानी अस्ताना में दोनों देशों के विदेश मंत्री शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर मिले। दोनों ने अपने-अपने विचारों का आदान प्रदान किया। पीटीआई भाषा के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच मुख्य बातचीत सीमा विवाद पर केंद्रित थी। भारत का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के लिए अहम है। मई 2020 में चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को आक्रामक रूप से बदलने की कोशिश की थी।
मुद्दों को हल करने पर सहमति बनी- जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ बातचीत पर कहा कि सीमा क्षेत्रों में शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान पर चर्चा हुई। जयशंकर ने कहा कि सीमा संबंधी शेष मुद्दों के हल के लिए कूटनीतिक और सैन्य माध्यमों से प्रयासों को दोगुना करने पर सहमति बनी है। एलएसी का सम्मान करना और सीमा क्षेत्रों में शांति सुनिश्चित करना जरूरी है।
SCO समिट में जयशंकर कर रहे भारत का नेतृत्व
जयशंकर एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट (एससीओ शिखर सम्मेलन) की 24वीं बैठक में भाग लेने के लिए कजाकिस्तान में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। अस्ताना पहुंचने पर जयशंकर का स्वागत कजाकिस्तान के उप विदेश मंत्री अलीबेक बाके ने किया। जयशंकर ने बुधवार को अस्ताना में पुश्किन पार्क का भी दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। जयशंकर ने एससीओ राष्ट्राध्यक्ष परिषद के शिखर सम्मेलन के आतिथ्य और व्यवस्था के लिए कजाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
जयशंकर ने कजाकिस्तान के नेताओं से मुलाकात पर खुशी जताई
विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'आज अस्ताना में कजाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मूरत नूर्टलेउ से मिलकर प्रसन्नता हुई। एससीओ राष्ट्राध्यक्ष परिषद के शिखर सम्मेलन के आतिथ्य और व्यवस्था के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। हमारी बढ़ती रणनीतिक साझेदारी और अलग-अलग प्रारूपों में मध्य एशिया के साथ भारत की बढ़ती भागीदारी पर चर्चा की। क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।'
विदेश मंत्रालय (एमईए) की पिछली प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं से पिछले दो दशकों में संगठन की गतिविधियों की समीक्षा करने और बहुपक्षीय सहयोग की स्थिति और संभावनाओं पर चर्चा करने की उम्मीद है। नेताओं से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 4 July 2024 at 10:45 IST