अपडेटेड 25 November 2024 at 17:21 IST
एकनाथ शिंदे को ही CM बने रहना चाहिए : शिवसेना के नेता दे रहे हैं 'बिहार मॉडल' का हवाला
एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के महायुति गठबंधन ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी।
Maharashtra: शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने सोमवार को ‘बिहार मॉडल’ का हवाला देते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहिए, जहां सत्तारूढ़ ‘महायुति’ ने विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। हालांकि, भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस की वकालत करते हुए कहा कि वह राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे सक्षम उम्मीदवार हैं।
एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के ‘महायुति’ गठबंधन ने हाल में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखी, जबकि विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को सिर्फ 46 सीट मिलीं। भाजपा द्वारा सबसे अधिक 132 सीट जीतने के बाद फडणवीस के मुख्यमंत्री पद का दावेदार होने की अटकलें लगने लगीं। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीट पर जीत हासिल की।
सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना प्रवक्ता म्हस्के ने कहा कि शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहिए। लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि शिंदे को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे बिहार में भाजपा ने संख्याबल पर ध्यान नहीं दिया और जद (यू) नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। महायुति (महाराष्ट्र में) के वरिष्ठ नेता अंतिम फैसला लेंगे।’’ म्हस्के ने महाराष्ट्र की स्थिति की तुलना हरियाणा से की, जहां भाजपा ने हाल ही में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा था।
उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में चुनाव शिंदे, फडणवीस और अजित पवार के नेतृत्व में लड़ा गया था। यह दर्शाता है कि गठबंधन के नेतृत्व का सम्मान किया जाना चाहिए।’’ शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत के इस दावे पर कि भाजपा अपना उद्देश्य पूरा होने के बाद शिंदे को ‘‘दरकिनार’’ कर देगी, म्हस्के ने शिंदे की लोकप्रियता पर जोर दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी पार्टी के दावे का बचाव करते हुए कहा, ‘‘शिंदे ने खुद को स्थापित किया है। कुछ समाचार चैनलों द्वारा हाल ही में किए गए सर्वेक्षणों में वह सबसे लोकप्रिय नेता हैं। उनका नाम सबसे आगे है।’’
रविवार को निवर्तमान सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने एकनाथ शिंदे से मुंबई में उनके आवास पर मुलाकात की थी और उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की वकालत की थी। भाजपा नेता दरेकर ने हालांकि म्हस्के की टिप्पणी को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि म्हस्के की पार्टी के बजाय, यह उनकी निजी राय हो सकती है। दरेकर ने कहा, ‘‘लोगों ने देवेंद्र फडणवीस को जनादेश दिया है। महाराष्ट्र के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पीछे खड़े हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राय में फडणवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिये। महाराष्ट्र को एक चतुर और विद्वान नेता की जरूरत है। उन्होंने गठबंधन को एकजुट रखा, हमारे सहयोगियों को उम्मीदवार दिये और जरूरत पड़ने पर पीछे भी हट गए। उन्होंने हमेशा समन्वय रखा है।’’ दरेकर ने कहा कि महाराष्ट्र की उनकी गहरी समझ को देखते हुए फडणवीस राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के लोग फडणवीस को चाहते हैं, जो महाराष्ट्र को बहुत करीब से समझते हैं। एनसीपी (एसपी) नेता शरद पवार के बाद, फडणवीस ही ऐसे व्यक्ति हैं, जो इस राज्य को गहराई से समझते हैं।’’ दरेकर ने दावा किया, ‘‘यहां तक कि मंत्रालय प्रशासन भी चाहता है कि फडणवीस मुख्यमंत्री बनें।’’
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि पार्टी जल्द ही अपने विधायकों की बैठक करेगी। दानवे ने कहा, ‘‘राकांपा ने अजित पवार (विधानसभा में अपने नेता के रूप में) को चुना है, और इसी तरह शिवसेना ने भी (शिंदे को अपने नेता के रूप में चुना है)। भाजपा जल्द ही अपने विधायकों की बैठक बुलाएगी। यह स्पष्ट है कि भाजपा मुख्यमंत्री का पद चाहती है।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी की आंतरिक चर्चा के बाद अंतिम निर्णय के बारे में केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया जाएगा। फडणवीस ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी विवाद से इनकार करते हुए कहा था कि महायुति के नेता मिलकर इस मुद्दे पर फैसला करेंगे। रविवार को भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने भी फडणवीस की बात दोहराई थी। उन्होंने कहा था, ‘सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के नेता और भाजपा नेतृत्व तय करेंगे कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।’’
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 25 November 2024 at 17:21 IST