अपडेटेड 4 November 2021 at 10:24 IST

क्या होता है बफर स्टॉक, सरकार कैसे करती है इसके जरिए कीमत को कंट्रोल? जानिए सब बात

बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार (central government) की ओर से बफर स्टॉक जारी किया जाता है, लेकिन ये बफर स्टॉक क्या होता है, हम आपको बताते हैं।

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Credit- PTI | Image: self

वर्तमान में महंगाई चरम है। खाद्य तेलों से लेकर दाल, सब्जी और अन्य जरूरत की चीजें आसमान छू रही हैं। इन बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार (central government) की ओर से बफर स्टॉक जारी किया जाता है। बफर स्टॉक (Buffer stock) का इस्तेमाल लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण के साथ साथ सूखे या फसल बर्बादी अथवा ऐसी ही किसी और आपात स्थिति से निपटने, मूल्य वृद्धि के समय हस्तक्षेप करने के लिए किया जाता है। लेकिन ये बफर स्टॉक क्या होता है और सरकार कैसे इसके जरिए कीमत को कंट्रोल करती है, इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं।

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क्या होता है बफर स्टॉक?

दरअसल, एक बफर स्टॉक एक प्रणाली या योजना है, जो एक निर्धारित सीमा (या मूल्य स्तर) से नीचे गिरने वाली कीमतों को रोकने के लिए अच्छी फसल के समय स्टॉक खरीदता है और स्टोर करता है। इसके बाद फसल खराबी के दौरान स्टॉक को निर्धारित सीमा (या मूल्य स्तर) से ऊपर बढ़ने से रोकने के लिए जारी करता है। 

एक बफर स्टॉक योजना एक संपूर्ण अर्थव्यवस्था या एक वस्तु की बाजार में कीमतों को स्थिर करने के उद्देश्यों के लिए वस्तु भंडारण का उपयोग करने का एक प्रयास है। इसका प्रयोग निर्धारित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत वितरण के साथ-साथ सूखे या फसल की बर्बादी अथवा ऐसी ही किसी अन्य आपात स्थिति से निपटने के लिए किया जाता है। बफर स्टॉक को केंद्रीय पूल भी कहते हैं।

सरकार कैसे करती है कीमत कंट्रोल

भारतीय खाद्य निगम अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार के लिए खाद्यान्नों की खरीद करता है और खाद्यान्न का बफर स्टॉक बनाए रखता है। इस खाद्यान्न को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित मूल्य की दुकानों पर बेचने के लिए उपलब्ध कराया जाता है। यदि केंद्रीय पूल (बफर स्टॉक) में खाद्यान्‍नों का स्टॉक संशोधित बफर मानकों से अधिक होता है तो खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग अतिरिक्‍त स्टॉक को खुली बिक्री के जरिए घरेलू बाजार में बेच सकता है अथवा उसका निर्यात भी कर सकता है।

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सीधे तौर पर समझा जाए तो सरकार किसी वस्तु की कीमत कम होने पर उसका भंडारण कर लेती है, लेकिन जब कीमतें उछाल पर होती हैं तो बफर स्टॉक को जारी किया जाता है। इससे उस वस्तु की कीमत बढ़ने से रोकी जाती है यानी सरकार बफर स्टॉक जारी करके वस्तु की कीमत को कंट्रोल करती है।

Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 4 November 2021 at 10:14 IST