अपडेटेड 26 November 2025 at 14:59 IST
SIR पर बवाल के बीच चुनाव आयोग ने बंगाल पुलिस को लिखी चिट्ठी, कहा- सुनिश्चित करें निर्वाचन अधिकारियों की सुरक्षा
पश्चिम बंगाल में गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) के बीच चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस को पत्र लिखकर चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई है।
पश्चिम बंगाल में गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) के बीच चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस को पत्र लिखकर चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई है। चुनाव आयोग ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि एसआईआर की ड्यूटी में तैनात चुनाव अधिकारियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। पत्र में कहा गया, जानकारी में आया है कि 24 नवंबर को मुख्य चुनाव आयुक्त के कार्यालय की सुरक्षा तोड़ी गई। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त, अडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, जॉइंट चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और डिप्टी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर की सुरक्षा से भी खिलवाड़ किया गया है।
चुनाव आयोग ने पत्र में लिखा- "ECI के ध्यान में आया है कि 24 नवंबर 2025 को पश्चिम बंगाल के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में एक गंभीर सिक्योरिटी ब्रीच हुआ है, जिसकी मीडिया में भी खूब रिपोर्टिंग हुई है। CEO के ऑफिस में मौजूदा सिक्योरिटी इस स्थिति को संभालने के लिए काफी नहीं लग रही थी, जिससे चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, एडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, जॉइंट चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, डिप्टी चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर के ऑफिस में काम करने वाले दूसरे ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी को खतरा हो सकता था।
कमीशन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे CEO के ऑफिस में तैनात ऑफिसर और स्टाफ की सेफ्टी और सिक्योरिटी, उनके घरों पर और आने-जाने के दौरान पक्का करने के लिए हर मुमकिन कदम उठाएं।" बता दें कि बीएलओ अधिकार रक्षा समिति के सैकड़ों सदस्यों ने सोमवार को कॉलेज स्क्वायर से सीईओ कार्यालय तक मार्च निकाला और सीईओ कार्यालय के सामने धरना दिया था। स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब पुलिस के मानवीय दीवार की तरह खड़े होने के बावजूद उनमें से कुछ ने गेट तोड़ने की कोशिश की। भीड़भाड़ में कुछ प्रदर्शनकारी दफ्तर के अंदर घुस गए और वहीं धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
SIR को ममता बनर्जी ने बताया NRC से भी ज्यादा खतरनाक
पश्चिम बंगाल में आज संविधान दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेड रोड पर संबोधन दिया। उन्होंने कहा डॉ. बीआर अंबेडकर इसके चेयरमैन थे। ममता ने कहा कि आपको पता होना चाहिए कि वे अविभाजित बंगाल से चुने गए थे, जिससे हमें उन पर बहुत गर्व होता है क्योंकि बहुत से लोग यह इतिहास नहीं जानते।
उन्होंने कहा कि आज जब डेमोक्रेसी और धर्म पर हमला हो रहा है और नागरिकता और वोटिंग के अधिकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो हमें खुद से पूछना चाहिए, क्या अब हमें अपनी नागरिकता का सबूत देना होगा? इसके पीछे NRC काम कर रहा है। हम इससे हैरान और दुखी हैं, इसीलिए मैं आज यहां भारत के लोकतंत्र की रक्षा करने का संकल्प लेती हूं, जो सबसे बड़ा है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 26 November 2025 at 14:59 IST