अपडेटेड 12 September 2025 at 17:43 IST
BREAKING: उत्तराखंड में भूकंप के झटकों से कांपी धरती, अफरा-तफरी के बाद लोग घरों से निकले, इतनी रही तीव्रता
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में शाम 4 बजकर 22 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ से कुछ दूरी पर था।
Pithoragarh Earthquake: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में शुक्रवार को 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटके शाम 4 बजकर 22 मिनट पर महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ से कुछ दूरी पर था। वहीं, भूकंप की गहराई 10 किमी थी।
भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान या हताहत होने की खबर नहीं आई है। भूकंप के बाद प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखनी शुरू कर दी है। आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
हिमालयी क्षेत्र में क्यों आ रहे भूकंप?
विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालयी क्षेत्र में भूकंप की घटनाएं आम हैं। अनियोजित विकास और प्राकृतिक संसाधनों का अनुचित उपयोग आपदाओं की मुख्य वजह बन रहे हैं। पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोगों में दहशत है। हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
भूकंप क्यों आता है?
भूकंप धरती की अंदरूनी सतह में मौजूद टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने और उनके बीच ऊर्जा के अचानक मुक्त होने के कारण आता है। जब ये प्लेटें हिलती हैं, तो जमीन में तेज कंपन उत्पन्न होती है, जिसे भूकंप के झटकों के रूप में महसूस किया जाता है।
भूकंप के दौरान क्या करें ?
खुली जगह पर चले जाएं और इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें।
अगर घर के अंदर हैं, तो किसी मजबूत टेबल, बेड या कुर्सी के नीचे छिपें, ताकि गिरने वाली चीजों से बचा जा सके।
लिफ्ट या सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें और शांत रहें।
सरकारी निर्देशों का पालन करें और भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स (दोबारा झटकों) के लिए तैयार रहें।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां स्थिति पर पैनी नजर बनाए रखे।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 12 September 2025 at 17:26 IST