अपडेटेड 6 July 2025 at 13:37 IST

भैया सांस फूल रही है, कुछ करो...दिल्‍ली के मॉल में लगी आग में जिंदा जले छात्र की आखिरी कॉल; इसी साल किया था UPSC प्री क्‍वालीफाई

दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में लगी आग ने एक होनहार छात्र की जिंदगी लील ली। यूपीएससी की तैयारी कर रहे कुंवर धीरेंद्र विक्रम सिंह की मौत उस वक्त हुई जब वह मॉल की लिफ्ट में फंस गया।

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भैया सांस फूल रही है, कुछ करो...दिल्‍ली के मॉल में लगी आग में जिंदा जले छात्र की आखिरी कॉल; इसी साल किया था UPSC प्री क्‍वालीफाई | Image: ANI

दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में लगी आग ने एक होनहार छात्र की जिंदगी लील ली। यूपीएससी की तैयारी कर रहे कुंवर धीरेंद्र विक्रम सिंह की मौत उस वक्त हुई जब वह मॉल की लिफ्ट में फंस गया और आखिरी सांस तक मदद की गुहार लगाता रहा। शुक्रवार शाम को जब मॉल में आग लगी, तब धीरेंद्र तीसरी मंजिल पर लिफ्ट में था। अचानक बिजली काट दी गई और लिफ्ट रुक गई। धीरेंद्र लिफ्ट में फंस गया। घबराहट के बीच उसने सबसे पहले नोएडा में रहने वाली अपनी दोस्त यशी को कॉल किया।

फिर अपने बड़े भाई वीरेंद्र और बहन डॉक्टर स्वाति से मदद मांगी। कॉल्स की टाइमलाइन बताती है कि वह शाम 6:30 से लेकर 7:03 तक लगातार अपनों और पुलिस-दमकल विभाग से मदद की गुहार लगाता रहा। धीरेंद्र उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के निराला नगर का रहने वाला था और पिछले चार साल से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था।

इसी साल प्री परीक्षा किया था क्‍वालीफाई

डीयू से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद वह पीजी के साथ-साथ सिविल सेवा की पढ़ाई में जुटा था। इसी साल उसने प्रीलिम्स पास की थी और अब मेन्स की तैयारी कर रहा था। कुछ ही दिन पहले वह अपने परिवार के साथ बेंगलुरु की यात्रा से लौटा था। शुक्रवार को कपड़े खरीदने के लिए विशाल मेगा मार्ट गया और फिर लौटकर कभी नहीं आया।

बिजली काट देने से लिफ्ट में फंसा

धीरेंद्र की बहन डॉ. स्वाति, जो प्रयागराज यूनिवर्सिटी से फॉरेंसिक में पीएचडी कर चुकी हैं, ने बताया कि आग लगते ही मॉल स्टाफ ने बिजली बंद कर दी, जिससे लिफ्ट रुक गई और धीरेंद्र उसमें फंस गया। धुआं भरता गया, सांस लेना मुश्किल होता गया और मदद की कोई किरण नहीं आई। मॉल में मौजूद लोग तमाशबीन बने रहे, किसी ने कोई मदद नहीं की। दमकल और पुलिस से संपर्क के बावजूद वह बाहर नहीं निकल सका।

धीरेंद्र के भाई वीरेंद्र ने बताया कि जब तक वह दिल्ली पहुंचे, सब खत्म हो चुका था। परिवार को यकीन नहीं हो रहा कि जिस बेटे ने हाल ही में यूपीएससी प्री पास किया, वह इस तरह असमय चला जाएगा। पिता गिरीश प्रताप सिंह, मां मालती सिंह और पूरे परिवार की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 6 July 2025 at 13:37 IST