अपडेटेड 30 November 2025 at 15:11 IST
दिल्ली में आतंकी मॉड्यूल का भंड़ाफोड़, 3 आतंकवादी गिरफ्तार; ISI टेररिस्ट शहजाद भट्टी से था कनेक्शन
दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। खुफिया इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। खुफिया इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आतंकी पाकिस्तान के ISI से जुड़े हुए थे और आतंकी शहजाद भट्टी के संपर्क में थे। पुलिस ने तीनों को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है। एक यूपी से, दूसरा पंजाब से तो तीसरे की गिरफ्तारी मध्य प्रदेश से की गई है। स्पेशल सेल काफी समय से इनके नेटवर्क पर नज़र रख रही थी। फिलहाल तीनों संदिग्धों से पूछताछ जारी है और पुलिस को इनके जरिए बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है।
जानकारी के मुताबिक स्पेशल सेल की एंटी टेरर यूनिट (TYR) ने खुफिया इनपुट्स के आधार पर इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। गिरफ्तार आतंकियों में पंजाब से जुड़े संदिग्ध प्रमुख हैं जो गैंगस्टर नेटवर्क के जरिए हथियार और विस्फोटक तस्करी कर रहे थे। मॉड्यूल के अन्य सदस्य उत्तर प्रदेश के लखनऊ और मुरादाबाद से तथा मध्य प्रदेश के क्षेत्रों से पकड़े गए हैं।
नेटवर्क के लिए भर्ती का शक
पुलिस को जांच में पता चला है कि ये मॉड्यूल पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में था। आरोपी सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए ISI से निर्देश लेते थे और दिल्ली-एनसीआर में विस्फोटक हमलों की प्लान कर रहे थे। पुलिस को शक है कि ये नेटवर्क पंजाब, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में युवाओं को भर्ती कर रहा था।
कौन है शहजाद भट्टी?
शहजाद भट्टी, मूल रूप से पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला। वह मोरक्कन पासपोर्ट रखता है और UAE में सक्रिय बताया जाता है। भट्टी ने खुद को ‘इस्लाम और पाकिस्तान का सिपाही’ बताते हुए सोशल मीडिया पर कई वीडियो जारी किए हैं। वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ हथियार तस्करी में पार्टनर था, लेकिन 2025 में दोनों के बीच दुश्मनी हो गई। अप्रैल 2025 के पहलगाम टेरर अटैक (26 हिंदू पर्यटकों की हत्या) के बाद बिश्नोई ने पाकिस्तान पर हमला करने की धमकी दी, तो भट्टी ने जवाबी वीडियो में सिद्धू मूसेवाला (2022) और बाबा सिद्दीकी (2024) हत्याओं के ‘रहस्य’ उजागर करने की चेतावनी दी। उसका दावा है कि उसके पास पॉलिटिशियन, फंडिंग और हथियारों के सोर्स की रिकॉर्डिंग्स हैं।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 30 November 2025 at 15:11 IST