अपडेटेड 23 November 2025 at 16:26 IST

Delhi News : दिल्ली में अब 11 नहीं, होंगे 13 जिले और 39 सब-डिवीजन, आम आदमी क्या होगा फायदा?

दिल्ली सरकार ने कैबिनेट की सैद्धांतिक मंजूरी से वर्तमान 11 राजस्व जिलों को बढ़ाकर 13 और SDM कार्यालयों को 33 से 39 करने का फैसला किया है। यह बदलाव दिल्ली की बढ़ती आबादी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।

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दिल्ली में बड़ा प्रशासनिक बदलाव | Image: Twitter/CM Rekha Gupta

Delhi News : दिल्ली सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राजधानी के प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। वर्तमान में 11 राजस्व जिलों को बढ़ाकर 13 करने और SDM कार्यालयों की संख्या 33 से 39 करने के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। यह बदलाव न केवल दिल्ली की बढ़ती आबादी और शहरीकरण की चुनौतियों का समाधान करेगा, बल्कि आम नागरिकों को अधिक बेहतर सेवाएं देने में भी मददगार साबित होगा।

सरकार के इस बदलाव से जनता को समय से सेवाएं मिलेगी, सरकारी दफ्तरों में भीड़ कम होगी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता आएगी। दिल्ली जैसे घनी आबादी वाले शहर में प्रशासनिक सेवाओं की मांग हमेशा अधिक रहती है। वर्तमान 11 जिलों की सीमाओं के कारण कई इलाकों में SDM कार्यालय दूर-दराज होते हैं, जिससे आम नागरिकों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। नए प्रस्ताव के तहत दो नए जिलों (संभावित रूप से नॉर्थ ईस्ट और साउथ ईस्ट दिल्ली के हिस्सों को अलग करके) और छह अतिरिक्त SDM कार्यालयों को निर्माण होगा।

क्या होगा फायदा?

सरकार का कहना है कि नई व्यवस्थाओं से लोगों के काम तेजी से निपटेंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, भूमि रिकॉर्ड, विवाह पंजीकरण जैसी सेवाएं नागरिकों के घर के करीब पहुंच जाएंगी। इससे समय की बचत होगी और यात्रा संबंधी खर्च भी कम होगा। यह बदलाव दिल्ली की 2 करोड़ से अधिक आबादी के लिए 'डोरस्टेप गवर्नेंस' की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

सरकारी कार्यालयों का दबाव होगा कम

दिल्ली के मौजूदा SDM कार्यालयों पर रोजाना हजारों आवेदन आते हैं, जिससे लंबी कतारें और देरी आम बात हो गई है। 33 कार्यालयों से 39 होने पर प्रत्येक इकाई का कार्यभार संतुलित हो जाएगा, जिससे प्रक्रियाओं में तेजी आएगी। इससे न केवल भीड़ कम होगी, बल्कि कर्मचारियों की उत्पादकता भी बढ़ेगी।

पारदर्शिता और जवाबदेही

इस फैसले से भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगने की उम्मीद है। नए प्रशासनिक सुधारों का एक प्रमुख उद्देश्य पारदर्शिता लाना है। नए जिलों और SDM कार्यालयों के साथ डिजिटल इंटीग्रेशन को मजबूत किया जाएगा। इससे निगरानी आसान हो जाएगी और भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम होगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि यह कदम 'सिटिजन-सेंट्रिक गवर्नेंस' को मजबूत करेगा, जहां प्रत्येक अधिकारी की जवाबदेही स्थानीय स्तर पर तय होगी।

कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब यह प्रस्ताव दिल्ली के LG के पास अंतिम स्वीकृति के लिए जाएगा। सब कुछ ठीक रहा, तो इस जल्द ही दिल्ली में लागू कर दिया जाएगा।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 23 November 2025 at 16:26 IST