अपडेटेड 19 January 2024 at 21:00 IST
एक गोली, अचूक निशाना और... पल भर में दुश्मन को ढेर करने वाले कमांडो को ऐसे किया जाता है ट्रेंड
Commando Training: कमांडो की ट्रेनिंग में सबके अहम उनका अलर्ट रहना होता है। जल्द से जल्द अपने दिमाग और शरीर का इस्तेमाल करना, फुर्ती दिखाना बेहद ही अहम है।
जतिन शर्मा
Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली आतंकियों के निशाने पर रहती हैं। दिल्ली में आतंकी और बंधक बनाने जैसी घटनाओं से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस ने स्पेशल कमांडो तैयार किए हैं। ये कमांडो अब दिल्ली की अलग अलग यूनिट में तैनात रहेंगे। कमांडो को दिल्ली की स्पेशल SWAT यूनिट में भी तैनात किया जाएगा। ये कमांडोज एक गोली में दुश्मन को ढेर कर सकते हैं। इनका निशाना अचूक हैं।
ये बैच करीबन 180 कमांडो का हैं, जिसमें महिला कमांडो शामिल हैं। इन्हें झरोडा कलां की दिल्ली पुलिस अकादमी के ट्रेन किया गया है। हर परिस्थिति से निपटने के लिए इन कमांडो की ट्रेनिंग की गई है। दिल्ली पुलिस अकादमी के डायरेक्टर विजय सिंह ने रिपब्लिक भारत से बात करते हुए बताया कि एक कमांडो की नार्मल ट्रेनिंग में एक महीना और स्पेशल ट्रेनिंग में तीन महीने का समय लगता है।
तीन महीने की ट्रेनिंग में यह कमांडो किन परिस्थितियों से गुजरते हैं? आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं...
इन कमांडो को कैसे किया गया ट्रेंड?
पहले इन कमांडो को रस्सियों के जरिए दीवार पर चढ़ने और दीवार से उतरने की ट्रेनिंग दी गई है। रिपब्लिक भारत की टीम जब दिल्ली पुलिस अकादमी पहुंची तो हमने देखा कि एक कमांडो का दस्ता जिसमें महिला और पुरुष दोनों कमांडो शामिल हैं, वह रस्सी और रस्सियों के बिना दीवार पर चढ़ने और उतरने की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
जैसे जैसे हम दिल्ली पुलिस अकादमी में आगे बढ़ें, वैसे वैसे कमांडो की ट्रेनिंग भी सख्त होती गई। दिल्ली पुलिस अकादमी में W वॉल बनाई गई है, जिसमें जरिए कमांडो हाई जम्प की ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां सबसे ऊंची दीवार तकरीबन 30 फीट की है।
हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं कमांडोज
कमांडो की ट्रेनिंग में सबके अहम उनका अलर्ट रहना होता है। जल्द से जल्द अपने दिमाग और शरीर का इस्तेमाल करना, फुर्ती दिखाना बेहद ही अहम है। इन ट्रेनिंग में एक कमांडो को शारीरिक रूप के साथ साथ मानसिक तौर पर भी तैयार किया जाता है।
26 जनवरी से पहले जिन कमांडो को तैयार किया गया है उन्हें हर तरह से हथियार चलाने, टेररिस्ट ऑपरेशन को कैसे अंजाम देना है, कैसे सड़क पर हो रहे स्ट्रीट क्राइम से निपटना है उसकी भी ट्रेनिंग दी गई है। चाहे हथियार कोई भी हो लाठी डंडा, चाकू, पिस्टल या कोई और... हर किसी से निपटने की ट्रेनिंग इन कमांडो को दी गई है।
हाईराइज बिल्डिंग पर एयरड्रॉप से लेकर आधुनिक हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग भी इन कमांडो को मिली है। 3 महीने की एडवांस ट्रेनिंग में बाद अब ये कमांडो तैयार हैं दिल्ली को सुरक्षित रखने के लिए। इन सभी कमांडो को आने वाली 26 जनवरी के दौरान अलग अलग जगहों पर भी तैनात किया जाएगा, ताकि दिल्ली और दिल्ली के लोग सुरक्षित रह सके।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 19 January 2024 at 20:35 IST