अपडेटेड 24 December 2025 at 17:59 IST
Delhi Metro: दिल्ली में बनेंगे 13 नए मेट्रो स्टेशन, नई लाइनों को मंजूरी, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लगी मुहर
केंद्रीय कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो फेज 5A को मंजूरी दी है। जिसमें 12 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से 16 किमी नई लाइन और 13 स्टेशन बनेंगे। जिससे दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 400 किमी से ज्यादा का हो जाएगा।
Delhi Metro Phase 5A approval: केंद्रीय कैबिनेट बैठक में दिल्ली मेट्रो के फेज 5A विस्तार को मंजूरी मिली है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 12,015 करोड़ रुपये है। यह तीन नए कॉरिडोर पर आधारित है, जिनकी कुल लंबाई 16.076 किलोमीटर होगी। ये प्रोजेक्ट 3 सालों में पूरा होने की उम्मीद है। जिसमें फंडिंग केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग से होगी। इससे दिल्ली मेट्रो नेटवर्क 400 किलोमीटर से ज्यादा हो जाएगा।
कैबिनेट ने तीन कॉरिडोर को मंजूरी दी जिसमें आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ (9.913 किमी), बॉटैनिकल गार्डन-आर.के. आश्रम मार्ग लाइन का विस्तार। सेंट्रल क्षेत्र, कर्तव्य भवन और इंडिया गेट को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। जिससे रोजाना 60,000 कर्मचारियों और 2 लाख यात्रियों को फायदा होगा।
दिल्ली के लाखों कर्मचारियों को होगा फायदा
एयरोसिटी से आईजीडी एयरपोर्ट टर्मिनल-1 (2.263 किमी), एयरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का हिस्सा। दक्षिण दिल्ली से घरेलू टर्मिनल तक पहुंच आसान हो जाएगा। तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज (3.9 किमी), साकेत, छतरपुर, कालिंदी कुंज जैसे इलाकों को एयरपोर्ट से जोड़ेगा। ऐसे में ये दिल्लीवालों के लिए बड़ा गिफ्टा होगा। कनेक्टिविटी बढ़ेगी जिससे रास्ता तो छोटा होगा ही साथ ही लाखों कर्मचारियों का टाइम भी बचेगा।
दिल्ली में बनेंगे 13 और मेट्रो स्टेशन
दिल्ली में कुल 13 नए स्टेशन बनेंगे, जिनमें 10 भूमिगत और 3 एलिवेटेड होंगे। इस विस्तार से रोजाना औसतन 65 लाख यात्रियों वाली दिल्ली मेट्रो और मजबूत होगी। पीक रिकॉर्ड 81.87 लाख (अगस्त 2025) को देखते हुए यह कदम भीड़ कम करेगा। सड़क यातायात में कमी, ईंधन बचत और प्रदूषण में कमी की उम्मीद है।
फेज-IV में 111 किमी और 83 स्टेशन पर काम चल रहा है, जिसमें 80.43 प्रतिशत सिविल कार्य पूरे है। प्राथमिक कॉरिडोर दिसंबर 2026 तक चरणबद्ध तरीके से शुरू होंगे। दिल्ली मेट्रो देश का सबसे बड़ा नेटवर्क है। नए कॉरिडोर पश्चिम, उत्तर, पुरानी दिल्ली को सेंट्रल दिल्ली से और दक्षिण दिल्ली को एयरपोर्ट से बेहतर जोड़ेंगे। यह शहरी गतिशीलता को मजबूत करेगा और आम लोगों की जिंदगी आसान बनाएगा।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 24 December 2025 at 17:59 IST