अपडेटेड 15 September 2025 at 15:00 IST

Delhi BMW Accident: बाइक सवार कपल को रौंदने वाली महिला गगनदीप को पुलिस ने अस्पताल से हिरासत में लिया, FIR में कई धाराएं जोड़ी गई

दिल्ली में बीएमडब्ल्यू एक्सीडेंट मामले में पुलिस ने ड्राइव कर रही गगनदीप से पूछताछ शुरू की है। अस्पताल के अंदर पुलिस और उनके वकील मौजूद हैं।

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ड्राइव कर रही महिला गगनदीप से पूछताछ | Image: ANI

Delhi BMW Accident: दिल्ली में बीएमडब्ल्यू एक्सीडेंट मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए, कार चला रही महिला गगनदीप से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस उन्हें हिरासत में ले सकती है। अस्पताल के अंदर पुलिस और उनके वकील मौजूद हैं। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और गगनदीप से पूछताछ के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास रविवार को एक बीएमडब्ल्यू कार ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारी की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे अधिकारी की मौत हो गयी और उनकी पत्नी समेत तीन लोग घायल हो गए। मामले देखते ही देखते बढ़ता चला गया और अब कार चला रही महिला पर गंभीर आरोप है कि जब AIIMS अस्पताल नजदीक था तो घायलों को  19 KM दूर जीटीबी के एक साधारण अस्पताल में क्यों ले जाया गया, जहां बेसिक सविधाएं भी उपलब्ध नहीं थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो जिस अस्पताल मे घायलों को ले जाया गया वो अस्पताल महिला को ही था। 

हादसे की पूरी कहानी, चौंकाने वाले खुलासे

वित्त विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी नवजोत सिंह की मौत और उनकी पत्नी के घायल होने के बाद परिवार ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मृतक के बेटे नवनूर सिंह ने बताया कि उनके पिता और मां सड़क दुर्घटना का शिकार हुए और दोनों को GTB नगर स्थित न्यू लाइफ अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसा करीब दोपहर 1 बजकर 30 मिनट पर हुआ, एक युवती BMW कार चला रही थी और उसने नवनूर के माता-पिता की बाइक को टक्कर मार दी।

अस्पताल को लेकर बड़ा आरोप

नवनूर ने कहा कि उनके पिता को एक ऐसे अस्पताल ले जाया गया जो हादसे की जगह से 20 किलोमीटर दूर था और जहां न तो पर्याप्त सुविधाएं थीं और न ही इमरजेंसी देखभाल की व्यवस्था। उनका कहना है कि धौला कुआं के आसपास कई सुपरस्पेशलिटी अस्पताल और एम्स मौजूद हैं... अगर समय पर वहां पहुंचाया जाता तो शायद उनके पिता की जान बचाई जा सकती थी।

घायल को डिलीवरी वैन में ले जाया गया

परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि घायलों को किसी ऐंबुलेंस की जगह एक डिलीवरी वैन में अस्पताल पहुंचाया गया। जब उनकी मां को होश आया तो उन्होंने खुद को वैन की सीट पर बैठा पाया और पीछे उनके पति बेसुध हालत में पड़े थे।

BMW चालक से जुड़ा विवाद

परिवार ने यह भी दावा किया है कि GTB नगर का न्यू लाइफ अस्पताल उसी युवती का है जो BMW चला रही थी। नवनूर ने बताया कि कार में मौजूद अन्य लोग मामूली चोटों के बावजूद उसी अस्पताल में भर्ती किए गए और इससे मामले पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। हादसे में शामिल BMW को कब्जे में ले लिया गया है और चालक युवती से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल यह साफ नहीं है कि टक्कर की असली वजह क्या थी- लापरवाही, तेज रफ्तार या कोई और कारण।

दिल्ली के मेडिकल रेस्पॉन्स पर उठे गंभीर सवाल

यह घटना न सिर्फ दिल्ली की सड़कों पर लापरवाह ड्राइविंग पर सवाल उठाती है, बल्कि हादसे के बाद मेडिकल रेस्पॉन्स और अस्पताल चयन को लेकर भी गहरी बहस छेड़ रही है। परिवार का आरोप है कि अगर सही अस्पताल में समय पर इलाज मिलता तो उनके पिता आज जिंदा होते।

राजधानी में इस तह बिना बेसिक सुविधाओं वाले सैंकड़ों फोर्ड अस्पताल चल रहे हैं, जिनमें बेसिक सुविधाएं तक नहीं हैं। ये अस्पताल मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। रोहिणी-18 में भी कई ऐसे अस्पताल हैं जो समय पर इलाज न देकर जान लेते हैं। इन अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 15 September 2025 at 14:31 IST