अपडेटेड 30 September 2024 at 13:48 IST
Delhi: स्वाति मालीवाल को हुआ डेंगू तो MCD की खोल दी पोल, CM आतिशी की भी बढ़ा दी टेंशन!
AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल डेंगू की चपेट में आ गई हैं। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है साथ ही MCD पर गंभीर आरोप भी लगाया है।
दिल्ली में डेंगू के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। 25-34 साल की उम्र के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित है। दिल्ली सरकार और डॉक्टरों की ओर से लोगों से सतर्कता बरतने को कहा जा रहा है। वहीं, MCD की ओर से शहर में छिड़काव की बात कही जा रही है। इस AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल भी डेंगू की चपेट में आ गई हैं। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है साथ ही MCD पर भी गंभीर आरोप लगाया है।
डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इन दिनों डेंगू के मामलों में काफी इजाफा हुआ है। हर रोज यहां डेगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं।
दिल्ली के लोक नायक अस्पताल में डेंगू की मरीजों में इजाफा हुआ है। यहां बीते 15 सितंबर को 54 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। राष्ट्रीय राजधानी में इस साल डेंगू से ये पहली मौत थी। इसके बाद सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई और लोगों से ज्यादा से ज्यादा सतर्कता बरतने की अपील की है। इस बीच AAP नेता स्वाति मालीवाल को भी डेंगू हो गया। उन्होंने खुद इसकारी जानकारी देते हुए MCD पर सवाल भी उठाया है।
स्वाति मालीवाल ने MCD को लेकर क्या कहा?
स्वाति मालीवाल ने अपने X पोस्ट में लिखा, मुझे पिछले एक हफ़्ते से 103 डिग्री बुखार तक आ रहा है। टेस्ट कराया तो पता चला डेंगू है। दिल्ली में इस हफ्ते में ही 300 से ज्यादा केस डेंगू के रिपोर्ट हुए है। हर साल कि तरह इस बार भी MCD इस बीमारी की रोकथाम करने में पूरी तरह असमर्थ रही है। जगह जगह पानी भरा हुआ है, गंदगी है। मैं सबसे आग्रह करती हूं कि इस बीमारी से बचने के लिए हर संभव प्रयास खुद ही करें, MCD से कोई आशा मत रखें।
सीएम आतिशी की बढ़ाई टेंशन
अब स्वाति मालीवाल के इस पोस्ट ने दिल्ली सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। सीएम आतिशी जहां दावा कर रही थी कि उनकी सरकार की ओर से डेंगू के बचाव के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं मगर उनकी ही पार्टी के नेता ने इसकी पोल खोल दी। स्वाति मालीवाल ने बता दिया की MCD इस बीमारी की रोकथाम करने में पूरी तरह से फेल हो गई है। अब देखना होगा कि उनके आरोपों पर सीएम आतिशी की क्या प्रतिक्रिया आती है।
2023 में डेंगूर 19 मौतें
बता दें कि 2023 में दिल्ली में डेंगू के 9,266 मामले और 19 मौतें दर्ज की गईं। वहीं, पिछले वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले नगर निकाय ने डेंगू के मामलों और मौतों पर साप्ताहिक रिपोर्ट जारी करना बंद कर दिया था। इस साल भी डेंगू के मरीजों में इजाफा सरकार की चिंता बढ़ाने वाली है।
डेंगू क्या है? इसके कारण और प्रभाव
डेंगू (हड्डी तोड़ बुखार) एक वायरल संक्रमण है जो मच्छरों से लोगों में फैलता है। डेंगू से पीड़ित अधिकांश लोगों में लक्षण नहीं दिखते। लेकिन जिन लोगों में लक्षण दिखते हैं, उनमें सबसे आम लक्षण तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, मतली और चकत्ते हैं। ज्यादातर लोग 1-2 सप्ताह में ठीक हो जाते हैं। कुछ लोगों में डेंगू गंभीर रूप से फैलता है और उन्हें अस्पताल में देखभाल की जरूरत होती है। गंभीर मामलों में डेंगू जानलेवा भी हो सकता है।
डेंगू का कैसे करें इलाज
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, डेंगू के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। डेंगू बुखार के अधिकांश मामलों का इलाज घर पर ही दर्द निवारक दवा से किया जा सकता है। दर्द को नियंत्रित करने के लिए अक्सर एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) का उपयोग किया जाता है। इबुप्रोफेन और एस्पिरिन जैसी गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं से बचना चाहिए क्योंकि वे रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। गंभीर डेंगू वाले मरीजों तो तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 30 September 2024 at 13:48 IST