अपडेटेड 18 October 2022 at 17:46 IST
रक्षा उत्पादों के निर्यात को लेकर बोले BrahMos Aerospace के चेयरमैन, 'अकेले ब्रह्मोस 2025 तक करेगी PM के लक्ष्य को पूरा'
ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 2025 तक 5 बिलियन डॉलर के रक्षा उत्पादों के निर्यात (Defence Product Export) के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कमर कस ली है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 2025 तक 5 बिलियन डॉलर के रक्षा उत्पादों के निर्यात (Defence Product Export) के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कमर कस ली है। मंगलवार से शुरू हो रहे डिफेंस एक्सपो 2022 (Defense Expo 2022) के 12वें संस्करण के दौरान ब्रह्मोस एयरोस्पेस के चेयरमैन अतुल डी राणे ने कहा कि PM ने 2025 तक 5 बिलियन डॉलर के रक्षा उत्पादों के निर्यात का लक्ष्य रखा है। मुझे उम्मीद है कि यह लक्ष्य अकेले ब्रह्मोस (BrahMos) ही पूरा कर लेगी।
गौरतलब है कि ब्रह्मोस ने 375 मिलियन डॉलर की फिलीपींस के साथ पहले निर्यात सौदा किया है, जो कि अब तक भारत की ओर से सबसे बड़ा स्वदेशी रक्षा सौदा है। जो ब्रह्मोस भार फिलीपींस को बेच रहा है, उसी मारक क्षमता 290 किलोमीटर तक होगी। ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ और प्रबंध निदेशक अतुल दिनकर राणे ने कहा कि सरकार के स्वामित्व वाला एयरोस्पेस को जल्द ही और कई दक्षिण एशियाई देशों से ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के CEO अतुल राणे ने कहा, "ब्रह्मोस ने 375 मिलियन डॉलर की फिलीपींस के साथ पहली निर्यात सौदा किया है। इस सौदे के बाद कई और देश हमारी तरफ देख रहे हैं। PM ने 2025 तक 5 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा है। मुझे उम्मीद है कि यह ब्रह्मोस ही पूरा कर देगी।"
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी ब्रह्मोस की मांग
फरवरी में, भारत ने फिलीपींस को सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल निर्यात करने के लिए 375 मिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। फिलीपींस के रक्षा सचिव डेल्फ़िन लोरेंजाना ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस को 375 मिलियन डॉलर में सुपरसोनिक मिसाइल सिस्टम की तीन बैटरी खरीदने की पेशकश के लिए एक लिखित अनुरोध भेजा था, जिसके बाद इस सौदे को पूरा किया गया। बता दें कि ब्रह्मोस की एक बैटरी में दो मिसाइल लांचर, एक रडार और एक कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर शामिल हैं।
अतुल डी राणे ने बताया कि, "हमें फिलीपींस से ही और अधिक ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही हम निर्यात के लिए वियतनाम, मलेशिया और कई अन्य देशों से बात कर रहे हैं।"
सोमवार को डिफेंस एक्सपो (DefExpo-2022) के कर्टन रेज़र इवेंट में बोलते हुए, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत ने चालू वित्त वर्ष के छह महीनों में 8,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया है। इसके साथ ही उन्होंने 2025 तक निर्यात में 35,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को हासिल करने के सरकार के लक्ष्य को दोहराया। राजनाथ सिंह ने रक्षा उत्पादों के आयातक से निर्यातक तक की परिवर्तनकारी यात्रा को पूरा करने की भारत की उपलब्धि पर पर चर्चा की। उन्होंने रक्षा उपकरणों के विकास, डिजाइन और निर्माण के वैश्विक मानकों को प्राप्त करने की दिशा में देश की तीव्र प्रगति की ओर भी इशारा किया।
ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम
बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल को भारत ने रूस की सहायता से विकसित किया है। इस मिसाइल की स्पीड ध्वनि की स्पीड से तीन गुना तेज है, और इसकी मारक क्षमता 500 किलोमीटर तक है। 26 दिसंबर 2021 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी डिफेंस कॉरीडोर के अंतर्गत लखनऊ में ब्रह्मोस यूनिट की स्थापना की। इस पर बात करते हुए अतुल राणे ने बताया कि ब्रह्मोस की अगली पीढ़ी का डिजाइन बनाया जा रहा है। हम इस ब्रह्मोस को लखनऊ में बनाएंगे। लखनऊ की फैक्ट्री 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगी।
उन्होंने कहा, "ब्रह्मोस की अगली पीढ़ी का डिजाइन बनाया जा रहा है। हम इस ब्रह्मोस को लखनऊ में बनाएंगे। लखनऊ की फैक्ट्री 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगी। हम अंदाज़ा लगा रहे हैं कि नई ब्रह्मोस 2025 या 2026 तक लखनऊ में बनना शुरू हो जाएगी।"
गौरतलब है कि अतुल राणे डिफेंस एक्सपो 2022 के कर्ट रेजर इवेंट में पहुंचे थे। जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को लेकर ब्रह्मोस एयरोस्पेस की प्रतिबद्धता जाहिर की।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 18 October 2022 at 17:42 IST