अपडेटेड 23 October 2022 at 21:18 IST

भारतीय वायु सेना की युद्धक क्षमताओं में इजाफा करेगा Deesa Airbase, जानिए इसका रणनीतिक महत्व

DefExpo में पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीमा के पास उत्तरी गुजरात के बनासकांठा के दीसा में एक नए एयरबेस की आधारशिला रखी।

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Image: Twitter/@IAF_MCC | Image: self

DefExpo 2022 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-पाकिस्तान सीमा के पास उत्तरी गुजरात के बनासकांठा के दीसा में एक नए एयरबेस (Deesa Airbase) की आधारशिला रखी। यह एयरबेस भारत के एयर स्पेस की रक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह भुज और राजस्थान के उत्तरलाई गांव में वायु सेना स्टेशन के बीच लगभग 350 किलोमीटर के लंबे रणनीतिक अंतर को कम करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने आधारशिला रखने के बाद कहा कि दीसा एयरबेस देश की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी केंद्र के रूप में उभरेगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने दोहराया कि, "अंतरराष्ट्रीय सीमा सिर्फ 130 किलोमीटर दूर है। यदि हमारी सेना, विशेष रूप से वायु सेना, दीसा में है, तो हम पश्चिमी सीमा पर किसी भी चुनौती का बेहतर तरीके से जवाब देने में सक्षम होंगे।"

दीसा एयरबेस पाकिस्तान के खिलाफ फायरवॉल की तरह काम करेगा

इसके रणनीतिक महत्व की बात करें तो दीसा हवाई अड्डा देश की एक महत्वपूर्ण संपत्ति होगी जो पाकिस्तान के मीरपुर खास, शाहबाज, हैदराबाद और जैकोबाबाद में एयरबेस के बीच एक फ़ायरवॉल के रूप में काम करेगा। पाकिस्तान एयरफोर्स अमेरिकी विमान F-16 का इस्तेमाल करती है। 

Image: Twitter/@IAF_MCC

गुजरात में इंटस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स, भावनगर और वडोदरा है जिसका कारोबार एक ट्रिलियन-डॉलर से अधिक का है।हालांकि दीसा एयरबेस गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन और राजस्थान के फलोदी एयर बेस के बीच एयर डिफेंस गैप को कम करेगा।

इसके अलावा दीसा एयरबेस पाकिस्तानी शहरों हैदराबाद, कराची और सुक्कुर को भी IAF के गहरे पैठ वाले स्ट्राइक फाइटर्स की तैनाती के साथ असुरक्षित बना देगा। भारत-पाक सीमा के पास होने के कारण दीसा एक फॉरवर्ड एयरबेस है। इसका मतलब यह होगा कि भारतीय वायु सेना इस एयर स्पेस में राफेल या सुखोई-30एमकेआई को तैनात नहीं करेगी। हालांकि, IAF लड़ाकू जेट मिग -29 और HAL तेजस को तैनात कर सकता है जो एयर डिफेंस को मजबूती देते हैं। यह एयरबेस यह भारतीय वायुसेना को टकराव की स्थिति में दुश्मन के लड़ाकों को रोकने में सक्षम बनाएगा।

Image: Twitter/@IAF_MCC

दीसा एयरबेस की एक प्रमुख विशेषता भारतीय वायु सेना की पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी हमले करने की क्षमता है। पाकिस्तान ने बालाकोट में भारत के हवाई हमले का मुकाबला करने के लिए F-16 जेट विमानों का इस्तेमाल किया था।

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भारतीय सेना ने पुलवामा का बदला लेते हुए पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की थी। पुलवामा सीआरपीएफ के काफिले पर एक आत्मघाती हमलावर ने हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे।

Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 23 October 2022 at 20:46 IST