अपडेटेड 28 May 2024 at 10:03 IST

पश्चिम बंगाल के बाद मेघालय में भी चक्रवात 'रेमल' का प्रभाव, मंगलवार को कई जिलों में बंद रहेंगे स्कूल

बंगाल में तबाही मचाने के बाद अब रेमल का असर मेघालय में भी देखने को मिल रहा है। रेमल के प्रभाव को देखते मंगलवार को कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

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Meghalaya Schools Closed | Image: PTI

चक्रवाती तूफान रेमल पश्चिम बंगाल में जमकर कहर बरपाने के बाद कमजोर पड़ गया। रेमल रविवार रात को बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकराया। इसके बाद से लैंडफॉल की प्रक्रिया हुईष यह प्रक्रिया करीब 4 घंटों तक चली। बंगाल में तेज आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश से बड़ा नुकसान हुआ। बंगाल में तबाही मचाने के बाद अब रेमल का असर मेघालय में भी देखने को मिल रहा है। रेमल के प्रभाव को देखते मंगलवार को कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

मेघालय सरकार ने घोषणा की है कि उन जिलों में मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे जहां चक्रवात 'रेमल' के कारण भारी बारिश की आशंका है। वहीं, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने तूफान को अलर्ट जारी किया है। SDRF ने पूर्वी जैंतिया, पूर्वी खासी में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक तूफानी हवा चलने की संभावना जताई है।

मेघालय में स्कूल बंद करने के आदेश

SDRF ने दक्षिण पश्चिम खासी, पश्चिम जैंतिया, पश्चिम खासी पहाड़ी जिलों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश को लेकर लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है। वहीं, उपायुक्त ने स्कूलों को बंद करने का आदेश  जारी करते हुए कहा, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए, पूर्वी खासी हिल्स जिले के अंतर्गत सभी स्कूल 28 मई को बंद रहेंगे। इसी तरह के आदेश पश्चिम खासी, पश्चिम जैंतिया, पूर्वी गारो और दक्षिण पश्चिम गारो पहाड़ी जिलों के डीसी द्वारा भी जारी किए गए हैं।

मेघालय में रेमल को लेकर अलर्ट

स्कूल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो अपनी इमारतों और बुनियादों ढांचे को सुरक्षित रखें। रेमल के प्रभाव की वजह से तेज हवा चलने के दौरान खतरा पैदा होने की संभावना है। ऐसे में किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार रहें। महत्वपूर्ण दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को परिसर के भीतर सुरक्षित क्षेत्रों में रखें। 

बंगाल में रेमल ने मचाई भारी तबाही 

बता दें कि रेमल ने पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में बुनियादी सरंचनाओं और संपत्तियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इस चक्रवाती तूफान ने बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच के तटीय इलाकों पर भारी तबाही मचाई। रेमल से तटीय इलाकों को हुई क्षति को साफ तौर पर देखा जा सकता है। झोपड़ियों की छत हवा में उड़ गयीं, पेड़ उखड़ गये और बिजली के खंभे गिर गये, जिस कारण कोलकाता सहित राज्य के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। 
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 28 May 2024 at 08:32 IST