अपडेटेड 25 October 2024 at 18:15 IST
Lawrence Bishnoi: गाड़ी पर लगा देते थे GPS, सुनसान जगह पर ताबड़तोड़ फायरिंग... शूर्टस ने किए खुलासे
गिरफ्तार किए गए शूटर्स ने खुलासा किया है कि जब लॉरेंस बिश्नोई को किसी की हत्या करवानी होती थी तो उसके शूटर टारगेट की गाड़ी में अपना जीपीएस फिट कर देते थे।
Lawrence Bishnoi News: दिल्ली पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ एक्शन में है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बिश्नोई गैंग के 7 शूटरों को गिरफ्तार किया है। ये शूटर एक हत्या के लिए साजिश रच रहे थे तभी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अपने मुखबिरों से मिली जानकारी के मुताबिक छापेमारी कर 7 शूटरों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद इन शूटरों ने जो खुलासा किया है उसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल इन शूटरों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन सब से पूछताछ की जिसमें इन शूटर्स ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के काम करने के तरीकों के बारे में बताया। इन शूटरों ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि ये कैसे अपने टारगेट की रेकी करते थे।
गिरफ्तार किए गए शूटर्स ने खुलासा किया है कि जब लॉरेंस बिश्नोई को किसी की हत्या करवानी होती थी तो उसके शूटर टारगेट की गाड़ी में अपना जीपीएस फिट कर देते थे और फिर वो कब, कहां, कैसे जा रहा है इन सभी गतिविधियों पर नजर बनाकर रखते थे। जैसे ही उनका टारगेट किसी सूनसान इलाके में पहुंचता था वो चारो ओर से घेर कर ताबड़तोड़ फायरिंग करते थे और अपने टारगेट को बहुत ही आसानी से पूरा कर देते थे। अभी ये शूटर्स राजस्थान में किसी की हत्या करने की साजिश रच रहे थे कि तभी ये सभी शूटर पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
23 अक्टूबर को दिल्ली से हुई थी पहली गिरफ्तारी
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद से दिल्ली की पुलिस लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर काफी निगरानी रखे हुए थी। पकड़े गए 7 शूटर्स को आरजू बिश्नोई नाम का आदमी बाहर से कंट्रोल कर रहा था, जो कि खुद भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक मेंबर है। आरजू बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई से ज्यादा उसके भाई अनमोल बिश्नोई के टच में रहता है। पकड़े गए 7 शूटर्स में से 4 अलग-अलग स्टेट्स से हैं। इसमें पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के शूटर थे। इसमें से पहली गिरफ्तारी 23 अक्टूबर को दिल्ली से की गई थी।
शूटर्स ने बताई GPS ट्रैकिंग डिवाइस का उपयोग
पकड़े गए 7 शूटर के पास से जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस भी बरामद की गई है। ये लोग राजस्थान में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देना चाह रहे थे। जब पुलिस ने इनसे पूछा कि इनके काम में जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस की क्या जरूरत होती है तो इन शूटरों ने बताया कि हम जिसके मर्डर के टारगेट पर निकलते हैं उसकी गाड़ी में ये डिवाइस फिट कर देते हैं ताकि उस पर हम लगातार मॉनिटरिंग कर सकें। जैसे ही उनका टारगेट सूनसान जगह पर पहुंचता था हम सब मिलकर उसका काम तमाम कर देते थे।
अनमोल बिश्नोई पर 10 लाख रुपये का इनाम!
मीडिया सूत्रों की मानें तो एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई की सूचना देने और उसकी गिरफ्तारी में मदद करने वाले को 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। काफी समय से पुलिस को अनमोल बिश्नोई की तलाश है। सलमान खान के घर के बाहर हुई गोलीबारी को लेकर ही पुलिस अनमोल बिश्नोई की तलाश कर रही है। मीडिया सूत्रों की मानें तो अनमोल बिश्नोई कनाडा में रहता है। एनआईए ने कहा है कि 12 अक्टूबर को हुई महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे भी कथित रूप से अनमोल का हाथ माना जा रहा है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 25 October 2024 at 18:15 IST