अपडेटेड 20 December 2023 at 11:49 IST

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया, 4 आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रीतमपुरा इलाके में छापेमारी कर फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है।

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दिल्ली क्राइम ब्रांच | Image: Republic

साहिल भांबरी

Delhi Crime: दिल्ली क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रीतमपुरा इलाके में छापेमारी कर फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच NR- II ने फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। जिसमें चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपी ट्रैवल एजेंसी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर लोगों से लाखों रुपए ठग रहे थे। क्राइम ब्रांच ने 18 कंप्यूटर, 4 मोबाइल फोन एक लैपटॉप और राउटर बरामद किया है।  सभी के नाम शांतनु 39 साल, स्वपन 36 साल, वीरेंद्र 38 साल, पंकज 37 साल है। सभी आरोपी दिल्ली के पितमपुरा नेताजी सुभाष प्लेस (NSP)  इलाके में चोरी छिपे इस फर्जी कॉल सेंटर को ऑपरेट कर रहे थे।

खबर में आगे पढ़ें:

  • अमेरिकी नागरिकों से ठगी करने वाला गिरोह का पर्दाफाश
  • ट्रैवल एजेंसी के नाम कैसे चला रहे थे फर्जी कॉल सेंटर 
  • अमेरिकी नागरिकों को कैसे लगाता था चुना

 फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

क्राइम ब्रांच को एक इनपुट मिला की कुछ लड़के प्रीतमपुरा इलाके में फर्जी कॉल सेंटर को ऑपरेट कर रहे हैं और अब तक कई लोगों को लाखों रुपए का चूना लगा चुके हैं।सभी आरोपी सस्ते हवाई यात्रा के नाम पर अमेरिकी नागरिकों को ठग रहा था। क्राइम ब्रांच की टीम ने इस इनपुट के आधार पर मौके पर जाकर छापेमारी की तो वहां से कुछ लड़कों को गिरफ्तार किया गया और कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किए गए।

अमेरिका में बैठे साथी से लेता था मदद

पूछताछ के दौरान पता चला कि रोहित दास नाम का उनका एक साथी अमेरिका में है। उन्होंने Google ad-words के माध्यम से बहुत सारा पैसा invest करके एक ट्रैवलिंग वेबसाइट developed की और उन्होंने अपनी वेबसाइट को Google खोज के शीर्ष पर प्रदर्शित करने में कामयाबी हासिल की। जब भी कोई यात्री अमेरिकी एयरलाइंस से अपनी यात्रा योजनाओं के विवरण के बारे में पूछता था तो ऐसी कॉलें उनकी वेबसाइट पर भेज दी जाती थीं।

सस्ती हवाई यात्रा के नाम पर ठगी

फिर अपने टेली-कॉलर्स के माध्यम से फर्जी टोल फ्री नंबरों का उपयोग करके, उन्होंने पीड़ितों को सस्ते हवाई किराए के नाम पर लालच दिया और पीड़ितों के सभी व्यक्तिगत विवरण (क्रेडिट कार्ड/गिफ्ट कार्ड) हासिल कर लिए। पीड़ित को टिकट जारी करते समय, वे हवाई किराए के भुगतान को विभाजित करने में कामयाब रहे और पीड़ित के खातों से प्रति यात्री 100-200 डॉलर अतिरिक्त काट लिए। ठगी गई रकम तुरंत अमेरिका स्थित साथियों के खाते में स्थानांतरित हो गई और जहां से सभी सहयोगियों को भुगतान वितरित कर दिया गया। जब भी Google इन नंबरों को select और ब्लॉक करता था, तो वे अक्सर फर्जी टोल फ्री नंबर बदल देते थे
 

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 20 December 2023 at 11:49 IST