अपडेटेड 22 May 2025 at 07:22 IST
Covid-19 Cases in india: देश के 11 राज्यों तक कोरोना ने पसारा पैर, केरल में अलर्ट जारी; स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से की ये अपील
कोरोना महामारी एक बार फिर तेजी से भारत के कुछ हिस्सों में पैर पसार रहा है। कोरोना के नए मामलों में इजाफा देखा रहा है। देश के 11 राज्यों में अब तक एक्टिव केस पाए गए हैं।
कोरोना (Covid-19) ने एक बार फिर भारत में दस्तक दे दी है। तेजी से इसके मामले बढ़ते जा रहे है। अब तक 11 राज्यों में कोरोना के पॉजिटिव केस पाए गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। वहीं, केरल में Corona के मामलों में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है,खतरे को देखते हुए सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। देश में कोरोना एक्टिव केसों की कुल संख्या 257 पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 95 पॉजिटिव केस हैं। केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से खास अपील की है।
कोरोना महामारी एक बार फिर तेजी से भारत के कुछ हिस्सों में पैर पसार रहा है। कोरोना के नए मामलों में इजाफा देखा रहा है। देश के 11 राज्यों में अब तक एक्टिव केस पाए गए हैं। सबसे ज्यादा नए मामले दक्षिण राज्य केरल में सामने आया है। यहां एक्टिव केस की संख्या 95 तक पहुंच गई है। मई के महीने में राज्य में 182 कोविड मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 57 केस कोट्टायम, 34 एर्नाकुलम, और 30 तिरुवनंतपुरम जिले से सामने आए। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
केरल में कोरोना को लेकर अलर्ट
केरल में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने राज्य स्तरीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम (RRT) की बैठक बुलाई थी। बैठक में कोरोना के रोकथाम के उपायों पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया में Omicron JN1 के सब-वेरिएंट LF.7 और NB.1.8 तेजी से फैल रहे हैं ऐसे में हमें भी सर्तक रहने की जरूरत है। लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए वीणा जॉर्ज ने कहा कि लक्षण दिखें तो मास्क जरूर पहनें। जहां भी कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा हो प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें ।
स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से की ये अपील
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया है कि भारत में अभी कोरोना की कोई बड़ी लहर नहीं दिख रही है। 1 जनवरी से 20 मई तक देश में केवल 257 मामले सामने आए हैं। भारत में कोविड-19 की स्थिति अभी कंट्रोल में है। LF.7 और NB.1.8 तेजी से फैल रहे हैं मगर इनकी गंभीरता ज्यादा नहीं है। जिन लोगों को सर्दी, गले में खराश, खांसी या सांस की तकलीफ है, उन्हें मास्क पहनना चाहिए।
JN.1 वैरिएंट की पहचान
बता दें कि JN.1 वैरिएंट की पहचान पहली बार अगस्त 2023 में पहचान की गई थी। कोविड का ये नया वैरिएंट ओमिक्रॉन के BA.2.86 से विकसित हुआ है, जिसमें 30 म्यूटेशन हुए हैं। गले में खराश, बुखार, सूखी खांसी, मतली और उल्टी कुछ सामान्य लक्षण हैं जो JN.1 से संक्रमित रोगियों में आम तौर पर दिखाई देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार JN.1 को 'रुचि का वैरिएंट' बताया था। हालांकि, वर्तमान समय में जैसे मामले सामने आ रहे हैं, उससे एक बात तो साफ है कि यह खतरनाक है। JN.1 अन्य वैरिएंट से कम चिंताजनक नहीं है; यह अत्यधिक संक्रामक स्ट्रेन L455S म्यूटेशन के कारण जोखिम वाला है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 22 May 2025 at 07:22 IST