अपडेटेड 23 November 2022 at 21:14 IST
Coimbatore पुलिस ने संदिग्ध को किया गिरफ्तार, ऑनलाइन ऑर्डर किया था विस्फोटकों में इस्तेमाल होने वाला केमिकल
कोयंबटूर पुलिस (Coimbatore Police) ने बुधवार को एक 26 वर्षीय संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। युवक ने विस्फोटकों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल को ऑनलाइन ऑर्डर किया था।
कोयंबटूर पुलिस (Coimbatore Police) ने बुधवार, 23 नवंबर को एक 26 वर्षीय संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गिरफ्तार युवक ने विस्फोटकों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल को ऑनलाइन ऑर्डर (Online Order) किया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरप्तार किया है। पुलिस उससे फिलहाल पूछताछ कर रही है।
प्राथमिक जांच में, पुलिस ने संदिग्ध युवक की पहचान सरवनमपट्टी निवासी मारी के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ पुलिस ने पहले भी कई मामले दर्ज किए हैं। पुलिस उसके खिलाफ इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या उसका और कोयंबटूर विस्फोट से भी कोई संबंध है।
गौरतलब है कि, केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर को कोयंबटूर में एक LPG सिलेंडर में विस्फोट की NIA जांच का आदेश दिया था। इस जांच के दौरान सभी एंगलों को ध्यान से देखा जाएगा और इसमें इंटरनेशनल लिंक की भी जांच की जाएगी।
बता दें कि, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने NIA जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद गृह मंत्रालय के एक विभाग ने काउंटर-टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन ने जांच के लिए आदेश जारी किया। इसके बाद NIA ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
हाल ही में कर्नाटक के मंगलुरु में 19 नवंबर को शहर में एक चलते ऑटो-रिक्शा के अंदर कुकर में विस्फोट की सूचना के बाद हाई अलर्ट पर था। पुलिस के अनुसार, आरोपी शारिक सितंबर में कोयम्बटूर में था और तीन दिनों तक एक लॉज में रुका था। जिससे कोयंबटूर ब्लास्ट मामले में उसके संलिप्त होने का पुख्ता सबूत देता है।
इसके बाद कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने मंगलुरु में विस्फोट स्थल का दौरा किया। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि केंद्रीय जांच एजेंसी अगले कुछ दिनों में जांच का जिम्मा लेगी। गृह मंत्री ने कहा, "एक बड़ी त्रासदी टल गई क्योंकि बम पूरी तरह से फटा नहीं था, अन्यथा यहां एक बड़ी आपदा होती और कई लोगों की जान चली जाती। केंद्रीय दल कुछ दिनों में जांच का जिम्मा संभालेंगे।"
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने आगे कहा, "हमने इसे गंभीरता से लिया है और मामले की गहराई से जांच की है। शरीक ने मदुरै, कोयंबटूर, नागरकोइल, कन्याकुमारी और कोचीन की यात्रा की थी, जहां उसने अपनी पहचान हिंदू बताई थी। इस वजह से किसी को उस पर शक नहीं था। वह नियमित रूप से जगह और पहचान बदल रहा था। वह उन स्थानों पर रह रहा था, जहां हमारे लिए उसे ट्रैक करना मुश्किल हो गया।"
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 23 November 2022 at 21:14 IST