अपडेटेड 29 January 2024 at 18:23 IST

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए मौलाना तो जारी कर दिया फतवा, लिखा- ‘अब नहीं रहे मुसलमान’

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए चीफ इमाम मौलाना उमर इलियासी के खिलाफ फतवा जारी किया गया है।

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चीफ इमाम मौलाना उमर इलियासी के खिलाफ फतवा जारी | Image: ANI

लोमस झा

Chief Imam Maulana Umar Ilyasi : अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए चीफ इमाम मौलाना उमर इलियासी के खिलाफ फतवा जारी किया गया है। इस फतवे में इलियासी का नंबर इंडिकेट करके कहा है कि इनके खिलाफ देश के तमाम मौलाना फतवा जारी करें, और मौलाना इलियासी अपनी कौम के मौलाना से माफी मांगे। 

अपने खिलाफ फतवा जारी होने पर मौलाना इलियासी ने कहा कि मैं अपने साथ पैगामी मोहब्बत लेकर अयोध्या पहुंचा था। मुझे क्या मालूम था कि वहां से आने के बाद मेरे खिलाफ मेरी ही कौम के लोग फतवा जारी कर देंगे। जिन्होंने यह फतवा जारी किया है वह तो मेरे खिलाफ हैं और देश विरोधी भी हैं। 

मुझे धमकियां दी जा रही हैं- मौलाना उमर इलियासी

उन्होंने कहा कि जब से अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से आया हूं मेरे खिलाफ सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप में देश-विदेश से नफरत फैलाई जा रही है। मेरे मोबाइल पर धमकियां और मेरे खिलाफ अपशब्द बोले जा रहे हैं। मुझे धमकियां दी जा रही हैं कि आपको मुसलमानों से माफी मांगनी चाहिए। और अपने पद से आपको इस्तीफा देना चाहिए।

धमकियों से डरने वाला नहीं हूं- मौलाना उमर इलियासी

मौलाना उमर इलियासी ने कहा कि ना मैं पहले डरा था ना मैं अभी डरा हूं। मैं सोच समझ कर गया था और मैं राष्ट्रहित के लिए अयोध्या कार्यक्रम में शामिल हुआ था। चीफ इमाम ने बताया की उसमें अप्रत्यक्ष रूप से यह लिखा है कि वह अब मुस्लिम नहीं रहे, अब हिंदू हो गए हैं। 

कौन हैं इमाम उमर इलियासी?

इमाम उमर इलियासी अखिल भारतीय इमाम संगठन (AIIO) के मुख्य इमाम हैं। बताया जाता है कि वो भारत के 21 करोड़ से ज्यादा मुसलमानों का मार्गदर्शन करते हैं।

क्यों अहम माने जाते हैं ये धर्मगुरु?

असल में, इमाम उमर इलियासी को कई वैश्विक मंचों पर AIIO का प्रतिनिधित्व करते देखा गया है। वो धर्म और आध्यात्मिकता के मुद्दे पर अच्छी पकड़ रखते हैं, जिसके कारण उन्हें डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसपी से भी सम्मानित किया जा चुका है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कह दी बड़ी बात

मंदिर के उद्घाटन पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ इमाम उमर अहमद इलियासी ने कहा- ‘यह नया भारत है। मैं प्यार का पैगाम लेकर आया हूं। हमारी पूजा-अर्चना के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं, मान्यताएं अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन इन सबसे ऊपर हमारा सबसे बड़ा धर्म मानवता है। हम सबको मिलकर इंसानियत को बरकरार रखना चाहिए।’

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 29 January 2024 at 18:23 IST