अपडेटेड 15 March 2024 at 21:23 IST

BRS नेता के कविता का कैसे शराब घोटाले में आया नाम, यहां जानिए पूरी कहानी

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी 2021-22 की लिकर पॉलिसी थोक विक्रेताओं के लिए असाधारण रूप से 12 प्रतिशत लाभ मार्जिन और खुदरा विक्रेताओं के लिए 185% लाभ मार्जिन के साथ लाई।

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After Raids Over Delhi Liquor Policy, ED Arrests K Kavitha | Image: ANI

दिल्ली के चर्चित शराब घोटाले में BRS नेता के कविता को उनके हैदराबाद आवास से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया और दिल्ली के लिए रवाना हो गई। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ साउथ ग्रुप जिसमें सारथ रेड्डी, एम श्रीनिवासुलु रेड्डी, राघव मगुंटा और बीआरएस चीफ के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता के नाम शामिल थे, जिनका प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुची बाबू ने किया था।

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी 2021-22 की लिकर पॉलिसी थोक विक्रेताओं के लिए असाधारण रूप से 12 प्रतिशत लाभ मार्जिन और खुदरा विक्रेताओं के लिए लगभग 185 प्रतिशत लाभ मार्जिन के साथ लाई गई थी। 12 प्रतिशत मार्जिन में से 6 प्रतिशत थोक विक्रेताओं से AAP के नेताओं को रिश्वत के रूप में वापस वसूल किया जाना था। ईडी के मुताबिक साउथ ग्रुप ने आप नेता विजय नायर को लगभग 100 करोड़ रुपये की रिश्वत एडवांस में दी थी। इस एडवांस घूस के बदले में विजय नायर ने साउथ ग्रुप को थोक कारोबार में हिस्सेदारी सुनिश्चित की क्योंकि दिल्ली शराब कारोबार में उनकी कोई पकड़ नहीं थी।

शराब विक्रेताओं को खुदरा लाइसेंस के साथ कई अनुचित लाभ

उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उन्हें शराब पॉलिसी न के अनुसार अनुमति से अधिक कई खुदरा लाइसेंस रखने की अनुमति दी गई और उन्हें अन्य अनुचित लाभ दिए गए थे। साउथ ग्रुप के साथ हिस्सेदारी साझा करने वाली संस्थाओं में से एक समीर महंद्रू की इंडो स्पिरिट्स है। समीर महंद्रू ने साउथ ग्रुप के अरुण पिल्लई और प्रेम राहुल मंदुरी को दी गई 65% साझेदारी के साथ इस फर्म का गठन किया

इंडो स्पिरिट्स में पार्टनर थी के कविता

इंडो स्पिरिट्स फर्म में के कविता और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और राघव मगुंटा पार्टनर थे। अरुण पिल्लई और प्रेम राहुल द्वारा किए गए नाममात्र निवेश उनके वास्तविक निवेशकों से जुड़े हुए हैं। विजय नायर ने समीर महंद्रू से इन लोगों को साझेदारी का हिस्सा देने के लिए कहा था और वह यह सुनिश्चित किया पेरनोड रिकार्ड का थोक व्यवसाय इंडो स्पिरिट्स को दिया जाए। विजय नायर मनीष सिसौदिया की ओर से काम कर रहे थे, इसका खुलासा  अरुण पिल्लई ने अपने बयान में भी किया है वो इंडोस्पिरिट्स में के कविता का प्रतिनिधि था।

हवाला चैनलों से भुगतान की गई थी 100 करोड़ की धनराशि

2 फरवरी, 2023 को बुचीबाबू ने कहा कि इस सौदे में हवाला चैनलों के माध्यम से भुगतान की गई कुल राशि लगभग 100 करोड़ रुपये थी। के कविता ने 2021 और 2022 में कम से कम दस फोन का इस्तेमाल किया। संदेह है कि यह डिजिटल सबूतों को नष्ट करने और जांच को पटरी से उतारने के लिए किया गया था। ईडी के मुताबिक वह घोटाले में सक्रिय भागीदार थी और उसने अपने सहयोगियों अरुण पिल्लई, बाबू और अन्य को रिश्वत देकर व्यापार करने के तरीके के बारे में बताया था।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 15 March 2024 at 20:52 IST