अपडेटेड 1 July 2024 at 14:14 IST
3 नए क्रिमिनल लॉ लागू होने पर अमित शाह ने दी बधाई, कहा-ये सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली बनेगी
तीन नए आपराधिक कानून लागू होने पर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने जनता को बधाई दी और कहा कि ये देश के सबसे मॉडर्न जस्टिस सिस्टम बनेगा।
Amit Shah on New Criminal Laws BREAKING: तीन नए आपराधिक कानून लागू होने पर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने जनता को बधाई दी और कहा कि ये देश के सबसे मॉडर्न जस्टिस सिस्टम बनेगा। बता दें, देश भर में नए आपराधिक कानून के तहत के भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) को लागू किया गया है। नए आपराधिक कानूनों के तहत FIR भी दर्ज की जा रही है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, "देश की जनता को बधाई। आजादी के 75 साल बाद हमारी न्याय प्रणाली पूर्ण स्वदेशी हो रही है। 75 साल बाद इसपर विचार हुआ। आज से ये कानून हर थाने में अपना काम करेगा। आप शिकायतकर्ता की रक्षा का काम करेंगे। जिसे आप आईपीसी कहते हैं, उसकी जगह बीएनएस आएगी। जिसे सीआरपीसी कहते हैं उसकी जगह बीएनएसएस आएगी।"
अंग्रेजों की गलतियों का हटाया दिया गया: अमित शाह
गृहमंत्री शाह ने कहा, "अंग्रेजों के समय से जो कुछ गलतियां थी, उनको हटा दिया गया है। महिलाओं के लिए कानून, बलात्कार के लिए कानून, मॉब लिंचिंग के लिए कोई कानून नहीं था। पहली बार मॉब लिंचिंग पर कानून आया है। जो कानून अंग्रेजो ने अपनी रक्षा के लिए बनाया था उनको हमने जड़ से समाप्त कर दिया है और जो देश विरोधी कानून भी थे, 75 साल बाद कानून में बदलाव हुआ है।"
दंड की जगह अब होगा न्याय: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि ये दुनिया की सबसे आधुनिक कानून व्यवस्था बनेगी इसका मुझ भरोसा है। इससे जो लाभ होगा वो बहुत आगे तक जाएगा। यह भारतीय लोकाचार पर कार्य करेगा। 75 साल बाद इन कानूनों पर विचार किया गया और आज से जब ये कानून लागू हुए हैं तो अंग्रेज के कानून निरस्त होकर और भारतीय संसद में बने कानूनों को व्यवहार में लाया जा रहा है। 'दंड' की जगह अब 'न्याय' होगा। देरी के बजाय स्पीडी ट्रायल और त्वरित न्याय मिलेगा। पहले, केवल पुलिस के अधिकारों की रक्षा की जाती थी, लेकिन अब, पीड़ितों और शिकायतकर्ताओं के अधिकारों की भी रक्षा की जाएगी। मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि ये तीनों कानून के लागू होने के बाद सबसे आधुनिक न्याय प्रणाली का सृजन करेगी।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 1 July 2024 at 13:23 IST