अपडेटेड 8 April 2024 at 19:14 IST

पूर्णिया सीट पर दिलचस्प हुआ चुनाव, नामांकन वापस नहीं लेंगे पप्पू यादव, निर्दलीय ठोकी है ताल

सीट शेयरिंग के चलते पूर्णिया सीट RJD के खाते में आई है। पप्पू यादव ने RJD से यह सीट छोड़ने के लिए कहा था। उन्होंने संकेत दिए हैं कि वो नामांकन वापस नहीं लेंगे।

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नामांकन वापस नहीं लेंगे पप्पू यादव | Image: PTI

Pappu Yadav Purnia Seat : बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट पर चुनाव दिलचस्प हो गया है। RJD और कांग्रेस के विरोध के बाद भी पप्पू यादव ने निर्दलीय पर्चा दाखिल किया है और अब उन्होंने संकेत दिए हैं कि वो अपना नामांकन वापस नहीं लेंगे। कांग्रेस के टिकट देने से इनकार करने पर पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार को पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। वह हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए थे।

महागठबंधन में सीट शेयरिंग के चलते पूर्णिया सीट RJD के खाते में आई है। पप्पू यादव ने RJD से यह सीट छोड़ने के लिए कहा था। बगावत पर उतरे असंतुष्ट कांग्रेस नेता मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पहुंचे थे। पप्पू यादव जब आरओ कार्यालय पहुंचे तो वहां कोई भी कांग्रेस नेता मौजूद नहीं था। पप्पू यादव 3 बार पूर्णिया से चुनाव जीतकर सांसद बने हैं।

'मुझे कांग्रेस का समर्थन'

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पप्पू यादव ने दावा किया था कि मुझे कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा था- 'मैं एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा हूं... कई लोगों ने मेरी राजनीतिक हत्या करने की साजिश रची। पूर्णिया की जनता ने हमेशा पप्पू यादव को जाति-धर्म से ऊपर रखा है। मैं INDI गठबंधन को मजबूत करूंगा और मेरा संकल्प राहुल गांधी को मजबूत बनाना है।'

पूर्णिया ही क्यों?

सीट शेयरिंग के चलते पूर्णिया सीट RJD के खाते में जाने के बात पप्पू यादव ने कहा था कि मर जाएंगे, लेकिन पूर्णिया को नहीं छोड़ेंगे। पूर्णिया सीट से ही चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने बताया कि 'मैं पूर्णिया से सिर्फ इसलिए चुनाव लड़ रहा हूं क्योंकि यहां के लोग चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं। मैं पूर्णिया, सीमांचल और बिहार के लोगों के कल्याण के लिए लड़ता रहूंगा।' लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में जिन सीट पर मतदान होगा उनमें पूर्णिया भी शामिल है।

कांग्रेस से राज्यसभा सांसद हैं पत्नी

1990 के दशक में पूर्णिया सीट का तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके पप्पू यादव कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आश्वासन प्राप्त होने का दावा करते रहे हैं। पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं। पप्पू यादव ने बेटे सार्थक के साथ 2015 में स्थापित की गयी अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का विलय कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। यादव ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर मधेपुरा लोकसभा सीट जीतने के एक साल बाद ही पार्टी से नाता तोड़ते हुए जन अधिकार पार्टी बनाई थी।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 8 April 2024 at 19:03 IST