अपडेटेड 25 November 2025 at 14:54 IST
Nitish Kumar: बिहार में नई पारी शुरू करते ही एक्शन में CM नीतीश, 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने पर काम शुरू, बताया 5 साल का रोडमैप
बिहार विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद अब NDA सरकार की सबसे बड़ी चुनौती जनता को किए वादे पर खरा उतरना है। इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार ने काम शुरू कर दिया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज, 25 नवंबर को पहली कैबिनेट की बैठक हुई। नई सरकार के गठन के बाद पहली मंत्रिमंडल की बैठक में आने वाले अगले 5 सालों में सरकार ने अपने कामों का एक ब्लू प्रिंट पेश किया गया। इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साक्षा करते हुए सीएम नीतीश ने बता दिया कि उनकी सरकार का फोकस युवाओं को नौकरी और रोजगा उपलब्ध कराना है।
बिहार विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद अब NDA सरकार की सबसे बड़ी चुनौती जनता को किए वादे पर खरा उतरना है। 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार एक बार फिर से एक्शन मोड में आ गए हैं। कैबिनेट की पहली बैठक में ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की कार्ययोजना को धरातल पर लाने के लिए काम तुरंत शुरू करना है। अगले 5 सालों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार, उद्योगों को बढ़ावा देने का काम तेज किया जाएगा।
CM नीतीश ने फिर दोहराया सात निश्चय के वादे
नीतीश ने अपने X पोस्ट में एक बार फिर से सात निश्चय के वादों को दोहराते हुए लिखा-राज्य में अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार मिले, ये शुरू से ही हमलोगों की प्राथमिकता रही है। सात निश्चय-2 के तहत वर्ष 2020-25 के बीच राज्य में 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार दिया गया है। अगले 5 वर्षों (2025-30) में हमलोगों ने 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
नई सरकार के गठन के पश्चात् राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने एवं अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करने के लिए हमलोगों ने तेजी से काम शुरू कर दिया है। बदलते बिहार के विकास की गति को बल देने हेतु बिहार में प्रौद्योगिकी और सेवा आधारित नवाचारों की न्यू ऐज इकोनॉमी (New Age Economy) के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु इस क्षेत्र की बिहार से संबंध रखनेवाले अग्रणी उद्यमियों के सुझाव प्राप्त कर योजनाओं एवं नीतियों का निर्धारण किया जाएगा। साथ ही बिहार को एक ‘वैश्विक-Back end-Hub’ एवं ‘ग्लोबल वर्क प्लेस’ के रूप में विकसित एवं स्थापित करने हेतु महत्वपूर्ण विभागों तथा प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों एवं विशेषज्ञों के सहयोग से एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
टेक्नोलॉजी हब बनेगा बिहार
बिहार की जनसंख्या में युवाओं की भागीदारी काफी अधिक है। इसको सार्थक दिशा देने पर बिहार देश का सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बन सकता है। बिहार के बड़ी संख्या में उपलब्ध युवा मानव संसाधन को ध्यान में रखते हुए बिहार को पूर्वी भारत के नए टेक्नोलॉजी हब (Technology Hub) के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए बिहार में डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी व फिनटेक सिटी की स्थापना की जाएगी एवं उद्योगों का जाल बिछाने हेतु वृहद कार्ययोजना तैयार कर योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा।
बंद पड़े चीनी मिल फिर होंगे चालू
राज्य में नई चीनी मिलों की स्थापना एवं पुरानी बंद पड़ी चीनी मिलों को पुनः चालू करने हेतु नीति एवं कार्ययोजना बनाई गई है। इसके साथ ही राज्य के सभी प्रमुख शहरों को बेहतर एवं सुंदर बनाने की योजना पर कार्य करने हेतु तैयारी एवं नई तकनीकों का उपयोग कर राज्य को अग्रणी बनाने हेतु बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना की जाएगी।
उक्त सभी बिन्दुओं पर कार्ययोजना तैयार करने हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आज उच्चस्तरीय समिति गठित कर दी गई है। यह समिति राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने एवं युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन तथा अनुश्रवण का कार्य करेगी।
बड़े पैमाने पर लगेंगे उद्योग धंधे
आप सभी को पता है कि पिछले कुछ वर्षों में बिहार में औद्योगीकरण ने रफ्तार पकड़ी है। बिहार की नवनिर्वाचित नई सरकार दुगुनी ताकत से राज्य में बड़े पैमाने पर उद्योग लगाने हेतु कृतसंकल्पित है। इसके लिए औद्योगिक कॉरिडोर, उच्च गुणवत्ता की आधारभूत संरचना, हाई क्वालिटी पावर सप्लाई, जल प्रबंधन एवं कुशल मानव संसाधन आवश्यक है, जो अब बिहार में उपलब्ध हैं।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 25 November 2025 at 14:54 IST