अपडेटेड 6 January 2025 at 12:43 IST
पटना में आधी रात हाई वोल्टेज ड्रामा, पहले प्रशांत किशोर गिरफ्तार, फिर AIIMS में लाठीचार्ज, JDU का आया पहला रिएक्शन
जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी पर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई। पूरे विवाद पर JDU की ओर से पहली प्रतिक्रिया आई है।
Bihar Politics: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को सोमवार अहले सुबह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले तड़के 4 बजे पुलिस ने जन सुराज के संस्थापक को डिटेन किया था। कड़ाके की ठंड के बीच राजधानी पटना में गांधी मैदान के पास आधी रात से हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया था। अब पूरे घटना क्रम पर JDU का पहला रिएक्शन आया हैष
70वीं BPSC प्रीलिम्स परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पूर्व चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर पिछले चार दिनों से गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे। वो गांधी मैदान के प्रतिबंधित क्षेत्र में गांधी मूर्ति के नीचे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर भी बैठे थे। प्रशासन की ओर से उन्हें जगह खाली करना का नोटिस पहले भी दिया जा चुका था बावजूद वो प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ धरना दे रहे थे। सोमवार अहले सुबह पुलिस ने भारी धक्का मुक्की के बीच पीके को धरनास्थल से खीचते हुए ले गई। इस दौरान उनके समर्थकों पर पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया।
ये गैरकानूनी धरना प्रदर्शन था- DM चंद्रशेखर सिंह
पटना DM चंद्रशेखर सिंह ने जन सुराज पार्टी प्रमुख प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी पर कहा कि, "हमने नोटिस दिया था कि ये गैरकानूनी है, पटना उच्च न्यायालय द्वारा एक निर्धारित स्थल चिह्नित है वहां जाकर धरना प्रदर्शन किया जाए, यह नोटिस दिया गया था और नहीं मानने पर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। हमने कई बार अनुरोध किया कि यहां से हटकर निर्धारित जगह पर चले जाएं।
करीब 43 लोग को हिरासत में
पटना DM ने बताया कि जब पीके नहीं माने तो आज 6 तारीख की सुबह गिरफ़्तारी की गई, हमने करीब 43 लोगों को हिरासत में लिया है। 15 गाड़ियां जब्त की गई हैं। हम सभी लोगों की जांच कर रहे हैं। यह पुष्टि हो गई है कि 43 में से 30 लोग छात्र नहीं हैं।कुछ लोग छात्र होने का दावा कर रहे हैं लेकिन हम जांच कर रहे हैं।
PK की राजनीति चमकाने की कोशिश- JDU
प्रशांत किशोर परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर छात्रों का लगातार साथ दे रहे हैं। मगर विपक्ष इसे उनका चुनावी स्टंट बता रही है। RJD और JDU दोनों इसे आंदोलन की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश बता रहे हैं। पूरे विवाद पर JDU नेता नीरज कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अफवाह से राजनीति नहीं होती है। राजनीति मुद्दों के आधार पर होती है।
कंबल वाले प्रशांत बाबा को छात्रों ने ही नकारा
नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा, पीके ने BPSC अभ्यर्थियों का सवाल उठाया और अभ्यर्थियों ने ही कंबल वाले प्रशांत बाबा को नाकार दिया। कोर्ट के आदेश और प्रशासन के आग्रह के बावजूद वो कानून तोड़ रहे थे तो पुलिस को एक्शन लेना पड़ा। अब फर्जी राजनीति करने वाले लोग बेनकाब हो गए। ये करोड़ों के वैनिटी वैन में रहकर छात्रों की तकलीफ समझने का नाटक कर रहे थे।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 6 January 2025 at 12:20 IST