अपडेटेड 27 May 2025 at 11:59 IST
Covid-19: बिहार में भी कोरोना को लेकर अलर्ट, पटना में बुलाई गई बैठक, सरकार की अपील- घबराएं नहीं
पटना में कोरोना के तीन नए मामले सामने आए हैं। राज्य में कोरोना की एंट्री के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग ने हाई लेवल बैठक की। बैठक में कोरोना से निपटने के लिए कई दिशा-निर्देश भी दिए गए।
Covid-19 news: मुंबई से लेकर दिल्ली, राजस्थान तक... धीरे-धीरे कोरोना फिर देश में पैर पसारने लगा है। कई राज्यों में तेजी से कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। साल 2025 में पहली बार देश में एक्टिव केस की संख्या 1 हजार के पार पहुंच गई, जिसके बाद इसे लेकर टेंशन बढ़ने लगी है। इस बीच बिहार में भी कोरोना की एंट्री हो गई है। राज्य में कोविड के 3 नए मरीज मिले हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया। बीते दिन ही इसको लेकर एक बैठक भी की गई।
देश में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर 1010 हो गए हैं। इनमें से 753 केस हाल में ही दर्ज किए गए। इसमें केरल में 430, महाराष्ट्र में 209 सबसे ज्यादा एक्टिव केस शामिल हैं। वहीं दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मामले 100 के पार हो गए।
पटना में मिले कोरोना के 3 नए मरीज
बिहार के पटना में कोरोना के 3 नए मामले हाल ही में रिपोर्ट हुए हैं। सोमवार (26 मई) को एम्स पटना का एक जूनियर डॉक्टर कोरोना से संक्रमित पाया गया। इसके साथ ही पटना में कुल कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। कोरोना के मामले सामने आने के बाद बिहार के सरकारी अस्पताल में अलर्ट जारी कर दिया गया है। बिहार स्वास्थ्य विभाग भी लगातार अस्पतालों की मॉनिटरिंग कर रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने बुलाई बैठक
देशभर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना केस के बीच सोमवार (26 मई) को बिहार सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था की तैयारियों की समीक्षा करते हुए एक हाई लेवल बैठक की, जिसमें कई अधिकारी शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने की।
मीटिंग में कोरोना के मौजूदा हालातों, स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, जांच और उपचार की व्यवस्था के साथ दवाओं एवं ऑक्सीजन समेत आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति की समीक्षा की गई।
लोगों से की ये अपील
अपर मुख्य सचिव ने लोगों से अपील की कि कोरोना के नए वेरिएंट से घबराएं नहीं, बल्कि सतर्क और जागरूक रहें। INSACOG के अनुसार भारत में कोविड-19 के दो नए सब-वैरिएंट - NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान की गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इन दोनों को मात्र 'निगरानी में रखे गए वैरिएंट" (Variants Under Monitoring) की श्रेणी में रखा है। इसके अलावा उन्होंने बैठक के दौरान सभी सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षकों को संदिग्ध मामलों की पहचान, सक्रिय निगरानी और समय पर जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सभी जिले किसी भी संभावित परिस्थिति के लिए तैयार रहें।
ICMR चीफ बोले- चिंता की कोई बात नहीं
देश में कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि केस बढ़ रहे हैं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि ये गंभीर नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सक्रिय रूप से मामलों की निगरानी कर रही है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 27 May 2025 at 11:59 IST