अपडेटेड 13 April 2025 at 11:44 IST

Bhim March: पटना से उठी जय भीम की गूंज, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने विपक्ष को घेरा, कहा- 'परिवारवाद छोड़ो, देश जोड़ो'

Patna Jai Bhim March: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रविवार को जय भीम पदयात्रा के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोला।

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बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा | Image: ANI

Patna Jai Bhim March: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने रविवार को जय भीम पदयात्रा के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद की मजबूत नींव पर ही विकसित भारत की भव्य इमारत खड़ी होगी। विजय सिन्हा ने कहा- 'विकसित भारत का निर्माण राष्ट्रवाद की ईंटों से ही संभव है। इससे भारत फिर से गौरवशाली बनेगा और उसका वैभव दुनिया में फैलेगा।' उन्होंने कहा कि, विपक्ष को राष्ट्रवाद से जुड़ना चाहिए। उन्हें परिवारवाद और वंशवाद से बाहर आना होगा। राष्ट्र को कमजोर करने वाली मानसिकता अब देश में नहीं चल सकती।' 

अंबेडकरवादी मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश- उपमुख्यमंत्री विजय

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जय भीम पदयात्रा के माध्यम से राज्य में सामाजिक समरसता, राष्ट्रीय एकता और अंबेडकरवादी मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। विजय सिन्हा का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष की नीतियों पर सवाल उठा रहा है।

लखनऊ में आयोजित खास मैराथन

लखनऊ में  ( Lucknow Marathon) डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले लखनऊ मेट्रोपॉलिटन की ओर से एक खास मैराथन का आयोजन किया गया। बाबा साहब को समर्पित इस दौड़ में हजारों युवाओं और खिलाड़ियों ने उत्साह से भाग लिया। आयोजन का उद्देश्य अंबेडकर की सोच और उनके सामाजिक संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना था।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना किया और मौके पर कहा- 'यह दौड़ केवल एक स्पर्धा नहीं, बाबा साहब के विचारों को अपनाने की दिशा में एक जनआंदोलन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को अंबेडकर की विचारधारा के रास्ते पर आगे बढ़ा रहे हैं। गरीबों के लिए घर, स्वच्छ पानी, मुफ्त इलाज और सम्मानजनक जीवन, यही बाबा साहब का सपना था, जिसे आज साकार किया जा रहा है।'

14 अप्रैल को अंबेडकर की 134वीं जयंती

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने डॉ. अंबेडकर के पंच तीर्थ, उनके जन्मस्थान से लेकर समाधि स्थल तक का ऐतिहासिक विकास करवाया, जिसे किसी भी पूर्ववर्ती सरकार ने नजरअंदाज किया। यह आयोजन एक तरफ जहां सामाजिक समरसता का प्रतीक बना, वहीं युवाओं में ऊर्जा और उद्देश्य की भावना भी दिखाई दी। देशभर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती 14 अप्रैल को गरिमा और राजकीय सम्मान के साथ मनाई जाएगी

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 13 April 2025 at 11:43 IST