अपडेटेड 6 May 2025 at 16:57 IST
'कांग्रेस सांसद की पत्नी के पाकिस्तान आर्मी से संबंध' असम सीएम हिमंता बिस्व सरमा का सनसनीखेज आरोप; बोले- SIT कर रही जांच
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
Gaurav Gogoi wife Pakistani Army Links : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सीएम सरमा का दावा है कि एलिजाबेथ के पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसी ISI से अच्छे संबंध हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोगोई ने 90 युवाओं को किस्तान ले जाकर कट्टरपंथी बनाने की कोशिश की। जिसके बाद इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।
वहीं, गोगोई ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह राजनीतिक बदले की भावना हैं। गौरव गोगोई और उनकी पत्नी पर लगे इन आरोपों ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। जहां एक ओर सीएम सरमा इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बता रहे हैं, वहीं गोगोई इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं। फिलहला SIT की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।
कोलबर्न ने 19 बार पाकिस्तान की यात्रा की- CM हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तानी सेना के साथ अच्छे संबंध हैं। कोलबर्न ने 19 बार पाकिस्तान यात्रा की थी और पड़ोसी देश में पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके साथ थे।
गोगोई ने 15 दिनों तक पाकिस्तान में क्या किया?- CM हिमंत
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि गोगोई की पत्नी ने पाकिस्तान में काम किया और फिर एक गैर-सरकारी संगठन में काम करने के लिए दिल्ली आईं, लेकिन उन्हें पाकिस्तान से वेतन मिलता रहा। गोगोई भी व्यक्तिगत रूप से पाकिस्तान गए थे और वहां 15 दिन तक रहे थे। उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न भी गोगोई के साथ गई थीं, लेकिन वह सात दिन बाद वापस लौट आईं, जबकि गोगोई सात दिन और रुके। सीएम ने कहा कि गौरव गोगोई को बताना चाहिए कि उन्होंने 15 दिनों तक पाकिस्तान में क्या किया? क्या उन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उनकी सेना की मदद की।
वहां गोगोई का स्वागत किसने किया- CM हिमंत
मुख्यमंत्री हिमंत ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान जाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन पीएम वहां आधिकारिक हैसियत से गए थे। अगर गोगोई आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में वहां गए होते, तो हम सवाल नहीं उठाते, लेकिन वह वहां व्यक्तिगत हैसियत से गए थे और हम जानना चाहते हैं कि उस देश में उनका स्वागत किसने किया?
SIT 10 सितंबर तक पूरा कल लेगी जांच- CM हिमंत
सीएम सरमा ने कहा कि पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख और भारत में उसके सहयोगियों के बीच संबंधों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने जांच पूरी कर ली है और हमारे पास सबूत हैं कि वह गोगोई वाघा-अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान गए थे। हालांकि हमें डाटा को प्रमाणित करने के लिए वैधानिक प्रावधानों को पूरा करने की आवश्यकता है और इसके लिए समय की आवश्यकता है। हमने पहले ही प्रक्रिया शुरू कर दी है और 10 सितंबर तक हम इसे पूरा कर लेंगे। SIT आवश्यक स्थानों पर गई थी, लेकिन साक्ष्य एकत्र करने की एक प्रक्रिया होती है।
90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास ले गए थे गोगोई- CM सरमा
सीएम सरमा ने कहा कि कांग्रेस सांसद ने इस्राइल की यात्रा के दौरान बताया था कि उनका पासपोर्ट खो गया है और इससे डाटा का नुकसान हो गया। पाकिस्तान से लौटने के बाद गोगोई 90 युवाओं को पाकिस्तानी दूतावास भी ले गए थे और उनमें से कई ने बाद में दावा किया कि उन्हें पहले नहीं बताया गया था कि उन्हें वहां ले जाया जा रहा है। सरमा ने आरोप लगाया कि वे युवाओं को कट्टरपंथी बनाना चाहते थे।
उनके परिवार में केवल गोगोई ही भारतीय नागरिक- CM हिमंत
सीएम ने कहा कि उनके परिवार में केवल गोगोई ही भारतीय नागरिक हैं। उन्होंने अपने दो बच्चों की भारतीय नागरिकता छोड़ दी है। जब हमें दस्तावेजी साक्ष्य मिल जाएंगे तो हम उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे और जब मामला केंद्रीय एजेंसी को सौंप दिया जाएगा तो जांच के लिए अधिक गुंजाइश होगी। असम सरकार के पास इस मामले पर सीमित अधिकार है और वह एक निश्चित बिंदु तक ही जांच कर सकती है।
गोगोई ने सीएम पर किया पलटवार
सीएम सरमा के आरोपों पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ राजनीति कर रहे हैं और उनका परिवार को घसीटना गलत है। उन्होंने कहा कि हम बेरोजगारी, स्कूलों में किताबों की कमी और बच्चों की तस्करी जैसे असली मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
साथ ही गोगोई ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि उनकी पत्नी और खुद पर बने SIT (विशेष जांच दल) की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अगर आरोपों में दम है, तो सरकार को जांच की रिपोर्ट जनता के सामने रखनी चाहिए। कांग्रेस सांसद ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने जब असम की महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया, तब ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने फिर से गोगोई परिवार का मुद्दा उठाया।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 6 May 2025 at 16:56 IST