अपडेटेड 15 November 2022 at 14:04 IST
Indian Mobile Congress में मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया खुलासा, कहा- 'सौ 5G लैब बनाएगी सरकार'
टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ( Ashwini Vaishnaw) ने कहा है कि भारत सरकार पूरे देश में 5जी तकनीक के लिए 100 लैब बनाने की योजना बना रही है।
टेलीकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव (Telecom Minister Ashwini Vaishnaw) ने कहा है कि भारत सरकार पूरे देश में 5जी तकनीक (5G technology) के लिए 100 लैब (100 labs) बनाने की योजना बना रही है। इन 100 लैब में से कम से कम 12 लैब का इस्तेमाल छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस (Indian Mobile Congress) में हिस्सा लेने वाली कंपनियो से नए टेलीकॉम बिल (New Telecom Bill) के लिए अपना इनपुट देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा सरकार नए बिल के माध्यम से लाइसेंसिंग व्यवस्था को सरल बनाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि “हम देश भर में 100 5G लैब स्थापित करने जा रहे हैं। मैं टेलीकॉम इंडस्ट्री से अनुरोध करता हूं कि वे एक साथ आएं और छात्रों को प्रशिक्षित करके इन 100 लैब में से कम से कम 12 को टेलीकॉम इनक्यूबेटर में बदलें।”
वैष्णव ने कहा कि “सरकार सभी टेलीकॉम कंपनियों के लिए लाइसेंस व्यवस्था को सरल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण रूप से काम कर रही है। स्टार्टअप और एमएसएमई (MSME) की ऊर्जा को देखकर मुझे वाकई खुशी हो रही है, जो लोगों को लाभान्वित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जा रहे हैं।”
कार्यक्रम में स्वदेशी टेलीकॉम गियर निर्माता HFCL ने 5G सर्विस के रोलआउट में तेजी लाने के लिए 5G लैब सर्विस लॉन्च करने की घोषणा की। यह प्राइवेट सेक्टर में नए आइडिया और सरकार के लिए ऑटोमेटिक एक्सपेरिमेंट के लिए वातावरण तैयार होगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि "5जी की शुरुआत न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए एक निर्णायक क्षण होने जा रही है। उन्होंने कहा कि “भारत जैसी एक बड़ी अर्थव्यवस्था जिसमें प्रतिभा है, नेतृत्व करने की भूमिका के लिए तैयार है। हम अब स्वदेशी रूप से डिजाइन, डवलपमेंटऔर उत्पादन कर रहे हैं। आज हम दुनिया को वह पैमाना दिखा रहे हैं जिसके साथ हम 5जी को पूरी तरह से आगे ले जाएंगे।"
गोयल ने कहा कि “कुछ उत्पाद जिन्हें मैंने यहां प्रदर्शित होते देखा, एक समय में यह माना गया था कि उन्हें आयात करना होगा। मैं सभी शोधकर्ताओं और निजी संगठनों को उनके सराहनीय कार्यों के लिए बधाई देता हूं।”
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 15 November 2022 at 14:00 IST