अपडेटेड 20 March 2025 at 22:32 IST
अमेरिका से अब तक 588 प्राचीन वस्तुए वापस लाए गई- गजेन्द्र सिंह शेखावत
सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि अमेरिका से अब तक 588 पुरावशेष वापस लाए गए हैं जिनमें से 297 पुरावशेष वर्ष 2024 में प्राप्त हुए।
सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्यसभा में कहा कि अमेरिका से अब तक 588 पुरावशेष वापस लाए गए हैं जिनमें से 297 पुरावशेष वर्ष 2024 में प्राप्त हुए। संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने एक सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरावशेषों की तस्करी को रोकने के लिए अमेरिका के साथ सांस्कृतिक संपदा करार (सीपीए) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि करार के निवारक प्रकृति के होने के कारण ऐसी कोई समय समयसीमा या संख्या निर्धारित नहीं की गई है।
शेखावत ने कहा, ‘‘अभी तक 588 पुरावशेष अमेरिका से वापस लाए गए हैं जिनमें से 297 पुरावशेष वर्ष 2024 में प्राप्त हुए हैं।’’ उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संपदा करार में तकनीकी सहायता, अवैध व्यापार और सांस्कृतिक संपदा के लूट के मामलों में सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देने का प्रावधान है।
शेखावत ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा, ‘‘कुंभ मेला एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थ उत्सव है और विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जहां लाखों भक्त पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए एकत्र होते हैं। इस आयोजन के दौरान, अनेक प्राचीन संप्रदाय, आध्यात्मिक संगठन और धर्म गुरु एकजुट होते हैं, जो अकसर ही सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी चले आ रहे रीति-रिवाजों और प्रथाओं को प्रदर्शित करते हैं।’’
उनसे सवाल किया गया था कि क्या सरकार ने, विशेष रूप से कुंभ मेले जैसे आयोजनों के दौरान प्राचीन संप्रदायों के पुनरुत्थान का अवलोकन किया है। इसके जवाब में शेखावत ने कहा, ‘‘भारत में प्राचीन संप्रदायों का पुनरुत्थान आधुनिक धार्मिक चुनौतियों के मद्देनजर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर में बढ़ती रुचि और गूढ़ अर्थ की खोज जैसे कारकों से प्रेरित है। सोशल मीडिया और धार्मिक पर्यटन ने भी इन संप्रदायों के बारे में जानकारी का प्रसार करने में भूमिका निभाई है।’’
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 20 March 2025 at 22:32 IST