अपडेटेड 14 March 2024 at 13:28 IST
22 साल पहले अक्षरधाम मंदिर को दहलाने वाला फरहतुल्ला गोरी फिर हुआ एक्टिव, भारत के खिलाफ उगला जहर
गोरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का आह्वान कर रहा है।
भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी, आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद का फाइनेंसर और अक्षरधाम मंदिर में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड फरहतुल्ला गोरी ने 22 साल बाद फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। गोरी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो भारत के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का आह्वान कर रहा है। वीडियो सामने आने के बाद खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ गई है। पूरे देश में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
वीडियो में फरहतुल्ला गोरी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की बात करता नजर आ रहा है। इंटेलिजेंस सूत्रों को शक है कि गोरी का नया वीडियो लोकसभा चुनाव से पहले देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की ISI की साजिश हो सकती है।
एक अंग्रेजी अखबार में खुफिया अधिकारी के हवाले से छपी खबर के मुताबिक ज्यादातर हाई-प्रोफाइल आतंकवादी निगरानी में हैं और पाकिस्तान FATF की कार्रवाई से बचने के लिए पैंतरेबाजी कर रहा है। अधिकारी के मुताबिक, अब 22 साल बाद गोरी का वीडियो सामने आने के बाद पाकिस्तान यह दावा करके अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहता है कि वह भागा हुआ भारतीय है। इसके साथ ही पाकिस्तान अपने चिर परिचित अंदाज में उसकी पाकिस्तानी जमीन पर मौजूदगी से इनकार करेगा।
कौन है फरहतुल्ला गोरी
फरहतुल्ला गोरी 2002 में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले में भी शामिल था। इसने 2002 में हैदराबाद के STF ऑफिस में सुसाइड अटैक भी करवाया था। इसी घटना के बाद से गोरी भारत से फरार चल रहा है और फिलहाल वो पाकिस्तान में बैठा हुआ है।
फरतुल्लाह गोरी मूलरूप से हैदराबाद के कुरमगुड़ा का रहने वाला है। वो 1994 में भारत से सऊदी फरार हुआ और साल 2015 से पाकिस्तान में ISI की सरपरस्ती में मौजूद है। टेलीग्राम, फेसबुक और यूट्यूब के जरिए वह भारतीय नौजवानों को गुमराह करने में जुटा रहता है।
38 खूंखार आतंकियों की लिस्ट में शामिल
पिछले साल अक्टूबर में गृहमंत्रालय ने UAPA के तहत गोरी को मोस्टवांटेड 38 आतंकियों की लिस्ट में शामिल किया था। गोरी कट्टरपंथी संगठन दर्सगाह-ए-शहदत (डीजेएस) से भी जुड़ा है। इसके अलावा लश्कर और जैश दोनो आतंकी संगठनों का एक्टिव मेंबर है। गोरी को पाकिस्तान बेस्ड ISIS का हिंदुस्तान में नया मॉड्यूल खड़ा करने के साथ-साथ आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग इक्कठा करने की जिम्मेदारी दी गयी थी।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 14 March 2024 at 13:16 IST