अपडेटेड 2 June 2025 at 19:47 IST

मुंबई में Zepto पर एक्शन से देश भर में छिड़ी चर्चा, किसी ने कहा- सड़ा आम तो किसी ने खराब पनीर डिलीवरी का लगाया आरोप, जनता का ऐसा रहा रिएक्शन

किराने का सामान से लेकर फल-सब्जी घर पर डिलिवरी करने वाला Zepto एक बार फिर से विवादों में घिर गया है। आइए जानते हैं कि लोगों का क्या रिएक्शन है।

Follow :  
×

Share


Zepto के खिलाफ FDA के एक्शन पर लोगों ने दी प्रतिक्रिया। | Image: X

ऑनलाइन किराना डिलीवरी दिग्गज Zepto पर सामान की क्वालिटी को लेकर शिकंजा कसा जा रहा है। महाराष्ट्र फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने मुंबई के धारावी इलाके में स्थित किरानाकार्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। FDA ने लोकप्रिय डिलीवरी कंपनी Zepto का खाद्य लाइसेंस रद्द कर दिया है। एफडीए की ओर से धारावनी के इस यूनिट में हुए निरीक्षण के बाद यह कार्रवाई की गई है। एफडीए अधिकारियों ने धारावी स्थित जेप्टो की सुविधा (warehouse/storage/processing unit) का निरीक्षण किया, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। वहीं अब लोगों की तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही है।

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब ज़ेप्टो पर खाद्य सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया गया है। एफडीए की रिपोर्ट के अनुसार, निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जेप्टो ने खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 (Food Safety and Standards Act, 2006) और खाद्य व्यवसाय लाइसेंस नियम, 2011 (Food Business Licensing and Registration Regulations, 2011) के कई नियमों का उल्लंघन किया है।

दिल्ली के गोदाम में भी इसी तरह की चिंताएँ सामने आईं

यह कोई अकेली घटना नहीं है। नई दिल्ली में ज़ेप्टो के मयूर विहार गोदाम में, रिपब्लिक ग्राउंड रिपोर्ट ने इसी तरह की चिंताओं का खुलासा किया। खुले शौचालय से कुछ ही फीट की दूरी पर खाद्य पदार्थ रखे जा रहे थे। गोदाम के बाहर डिलीवरी करने वाले राइडर्स ने पुष्टि की कि अक्सर एक्सपायर हो चुके प्रोडक्ट्स को दरारों से निकाल दिया जाता है।

एक राइडर ने कहा, "हां, खराब दूध या पनीर के बारे में शिकायतें होती हैं, खासकर गर्मियों में। अगर कोई ग्राहक कोई मुद्दा उठाता है, तो प्रोडक्ट को वापसी के लिए चिह्नित कर दिया जाता है - लेकिन बिना किसी कारण बताए हमारी आईडी ब्लॉक कर दी जाती है।"

'डिलीवरी कर्मचारी पर डाले जाते हैं दोष'

एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि हाल ही में हड़ताल के दौरान कैसे हालात बिगड़ गए। उन्होंने कहा, "पुलिस को बुलाया गया और मुझे ले जाया गया। मुझे अभी भी नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ। बाद में, 10-12 अन्य लोगों के साथ मेरी आईडी भी रद्द कर दी गई।" उन्होंने यह भी बताया कि जेप्टो सारा दोष डिलीवरी कर्मचारियों पर डालता है, गोदाम या मैनेजमेंट पर नहीं।

इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक अन्य शख्स ने लिखा,"जेप्टो ने सड़े हुए आम का पैकेट डिलीवर किया, और उनके ऐप ने रिफंड का दावा करना असंभव बना दिया। धोखाधड़ी उनके डीएनए में है।"

एक विशेष रूप से परेशान करने वाली पोस्ट में लिखा था: "जेप्टो सेवर के तहत एक्सपायर हो चुके अंडे के दो डिब्बे डिलीवर किए गए - यह न केवल खराब सर्विस है, बल्कि यह खतरनाक भी है।" ऐप के एक रेगुलर यूजर ने टिप्पणी की, "इन दिनों सामान या तो गायब हैं या सड़े हुए हैं। सपोर्ट स्टाफ हर बार एक ही कॉपी-पेस्ट जवाब देता है। यह बदतर होता जा रहा है।"

इसे भी पढ़ें: UP: 4 बहुओं का गहना लेकर सास रफूचक्कर... 30 साल के प्रेमी के साथ हुई फरार, पीड़ित पति ने लगाई CM से गुहार

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 2 June 2025 at 19:47 IST