अपडेटेड 25 December 2024 at 17:17 IST
जम्मू-कश्मीर के कटरा में क्यों 72 घंटे का बंद? श्रीमाता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने सड़क पर उतरी
जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ 72 घंटे के बंद के दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया।
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन और 72 घंटे के बंद के दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया। श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बंद का आह्वान किया और कहा कि इस दौरान कटरा में सभी गतिविधियां निलंबित रहेंगी। समिति के नेता भूपिंदर सिंह और सोहन चंद के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने शहर में विरोध मार्च निकाला और श्राइन बोर्ड तथा प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए, उन पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
पुलिसकर्मियों ने जब प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोका, तो दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस समिति के नेता भूपिंदर सिंह और सोहन चंद समेत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत लेकर, वाहन में बिठाकर ले गई। भूपिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे से भटका रही है और कटरा के लोगों को सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा, “हम हजारों लोगों की नौकरियां बचाने के लिए इस परियोजना को बंद करने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने हमसे जो वादा किया था, उसके अनुसार हमसे बातचीत करने के बजाय वे हमें हिरासत में लेने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
पूर्व मंत्री जुगल किशोर ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ "बल प्रयोग" की आलोचना की। किशोर ने संवाददाताओं से कहा, “हम शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग करने के प्रशासन के कदम की कड़ी निंदा करते हैं। उनकी कार्रवाई का उद्देश्य कटरा में स्थिति को बिगाड़ना है, जो अस्वीकार्य है।” विरोध के आह्वान पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और शहर में सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद रहे। समिति के प्रवक्ता ने कहा, “प्रस्तावित रोपवे परियोजना के विरोध में घोड़ी मालिकों, दुकानदारों और अन्य स्थानीय हितधारकों का 72 घंटे का बंद बुधवार को शुरू हुआ।”
पिछले महीने, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने गुफा मंदिर तक 13 किलोमीटर लंबे रास्ते पर चलने में चुनौतियों का सामना करने वाले वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अन्य लोगों को मंदिर तक पहुंचाने में आसानी के लिए रोपवे स्थापित करने की योजना की घोषणा की। 250 करोड़ रुपये की प्रस्तावित परियोजना का उद्देश्य ताराकोट मार्ग को सांजी छत से जोड़ना है, जो मंदिर की ओर जाता है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 25 December 2024 at 17:17 IST