अपडेटेड 31 July 2025 at 16:04 IST
Premanand Maharaj: गुरुवार को नाखून काटना चाहिए या नहीं? प्रेमानंद महाराज ने बताया
गुरुवार को नाखून काटने के धार्मिक महत्व को जानें और समझें कि यह पाप है या नहीं? प्रेमानंद महाराज के प्रवचन से जानें कि धार्मिक क्रम का पालन करना क्यों जरूरी है?
गुरुवार को नाखून काटने के बारे में कई लोगों के मन में सवाल होते हैं। क्या यह पाप है या नहीं है? प्रेमानंद महाराज के प्रवचन से हमें पता चलता है कि धार्मिक क्रम का पालन करना क्यों जरूरी है।
प्रेमानंद महाराज के मुताबिक, अगर हम इन नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो हमारा मन भ्रष्ट हो जाएगा और हमें दुख का सामना करना पड़ेगा।
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हमारे धर्म में कई नियम और क्रम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। गुरुवार को बाल नहीं कटवाने, साबुन से कपड़े नहीं धोने, नाखून नहीं कटवाने और दाड़ी न बनाने के पीछे क्या कारण है?
गुरुवार को कुछ काम करने के लिए मना किया जाता है, अगर हम वो काम करेंगे, तो हमारा सर्वनाश हो जाएगा। जिससे पाप बढ़ जाएगा और दुख भी बढ़ेगा। समस्याएं आएंगी, चिंताएं आएंगी और मन अटका रहेगा।
Image: premanand.jii/ InstagramAdvertisement
धार्मिक नियमों का पालन करने से हमारा मन शुद्ध होता है और हमें शांति मिलती है। अगर हम धार्मिक नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो हमारा मन भ्रष्ट हो जाएगा और हमें दुख का सामना करना पड़ेगा।
गुरुवार को नाखून काटने के धार्मिक महत्व को समझने से हमें पता चलता है कि धार्मिक क्रम का पालन करना क्यों जरूरी है। अगर हम धार्मिक नियमों का पालन करेंगे, तो हमारा मन शुद्ध होगा और शांति मिलेगी।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 31 July 2025 at 16:03 IST