अपडेटेड 4 June 2025 at 23:42 IST
Premanand Maharaj: यह लक्षण बता देते हैं कि आप भक्त है भी या नहीं? जानिए क्या कहते हैं प्रेमानंद महाराज
Premanand Maharaj: राधा वल्लभ संप्रदाय के संत प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचनों के माध्यम से करोड़ों लोगों के जीवन को धार्मिक उत्थान की ओर ले जा रहे हैं। प्रेमानंद महाराज ने भक्तों के लक्षण बनाए हैं। क्या आपको पता है?
प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों से लाखों की संख्या में लोग भक्ति मार्ग में प्रवेश करके अपने जीवन में भक्ति रस घोलकर अपना जीवन सफल कर रहे हैं।
Image: Facebookप्रेमानंद महाराज ने भक्तों के लक्षण बताते हुए कहते हैं कि जो प्रतिकूलता नहीं सह पाता वो भक्त हो ही नहीं सकता है।
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि अगर हम प्रतिकूलता को सह नहीं पाएंगे तो हम भगवत रस हृदय में धारण नहीं कर पाएंगे।
Image: Facebookप्रेमानंद महाराज घड़े का उदाहरण देते हुए कहा कि कुम्हार मिट्टी को खेत से लाता है, फिर उसे कूटता है, चाक पर मटका बनाता है और फिर आग में तपाता है, तब जाकर उसमें पानी ठंडा होता है।
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प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जब मटके को पानी भरने लायक बनने के लिए इतना सब सहना पड़ता है तो हमें तो भगवान का प्रेम रस और भक्ति रस अपने हृदय में रखना है, हमें तो प्रतिकूलता और अपमान सहना ही पड़ेगा।
Image: FacebookPublished By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 4 June 2025 at 23:42 IST