अपडेटेड 12 February 2024 at 20:47 IST
Shark Tank: जिस कंपनी को PM मोदी ने सराहा, वो पिच लेकर पहुंची शार्कस के पास, जानिए फिर क्या हुआ?
Shark Tank Season 3: कंपनी अपने प्रोडक्ट्स और कैम्पेन के जरिए फिजिकल राइटिंग को प्रमोट करती हैं।
Shark Tank India 3: शार्क टैंक इंडिया का तीसरा सीजन इन दिनों काफी चर्चाओं में हैं। शो में कई स्टॉर्टअप कंपनियां अपने तरह तरह के आइडिया लेकर शार्कस के पास पहुंच रहे हैं और डील हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी ही शॉर्ट टैंक में आई एक कंपनी सुर्खियां बटोर रही हैं, जिसका नाम है Daak Room। इस कंपनी की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।
बीते दिनों शार्क टैंक के एक एपिसोड में शार्कस से डील लेने के लिए Daak Room नाम की कंपनी शो में पहुंची। कंपनी की फाउंडर हरनेहमत कौर और शिवानी मेहता अपना पिच लेकर आई थीं। ये कंपनी अपने प्रोडक्ट्स और कैम्पेन के जरिए फिजिकल राइटिंग को प्रमोट करती हैं। आज के डिजिटल समय में हाथ से लेखन की कला खत्म होने की कगार पर पहुंच गई है। ऐसे में यह फिजिटल राइटिंग को बढ़ावा देती हैं।
हालांकि शॉर्क टैंक के तीन जज ने इस पिच को रिजेक्ट कर दिया। बोट कंपनी के फाउंडर अमन गुप्ता ने कहा कि वह इसे बिजनेस नहीं मानते और पिच को रिजेक्ट कर दिया। हालांकि Daak Room को OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल से शार्क टैंक में डील जरूर मिली।
पीएम मोदी ने चिट्ठी लिखकर की थी तारीफ
पिच की शुरुआत में एक डाकिया साइकिल से चिट्ठिया लेकर आया और सभी शार्क को दीं। चिट्ठियां, शार्क के करीबियों और परिवार के सदस्यों ने लिखी थीं। इन्हें पढ़कर वह सभी इमोशनल हो गए। इसके बाद कंपनी की संस्थापक शिवानी और हरनेमत ने कंपनी के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी की तारीफ पीएम मोदी भी कर चुके हैं। पीएम मोदी ने एक चिट्ठी भेजकर युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए उनके बिजनेस की जमकर तारीफ की थी।
पिच के दौरान उनकी ओर से चार प्रतिशत इक्विटी के लिए 36 लाख रुपये की मांग की गई।
तीन शार्क ने किया रिजेक्ट
हालांकि उनका ये बिजनेस आइडिया ज्यादातर शार्कस को पसंद नहीं आया। पिच सुनने के बाद अमन गुप्ता ने कहा कि पुराने समय में ऐसा होता था। यह कोई बिजनेस नहीं है। इससे मैं बाहर हूं क्योंकि मुझमें आप लोगों जैसा लिखने का जुनून नहीं। वहीं शार्क टैंक की जज राधिका गुप्ता और पीयूष बंसल ने भी इस कंपनी में इंवेस्ट करने से इनकार कर दिया। पीयूष ने स्टार्टअप के फाउंडर्स को इस बिजनेस को एक स्टेशनरी ब्रांड में बदलने का सुझाव दिया।
कंपनी को मिली डील
हालांकि OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल ने Daak Room के साथ डील की। रितेश अग्रवाल की ओर से इनको कंपनी में 6 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले में 36 लाख रुपये दिए।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 12 February 2024 at 20:18 IST