अपडेटेड 31 August 2024 at 11:18 IST
तमिल इंडस्ट्री में भी #metoo, इस एक्ट्रेस ने 10 साल की उम्र में झेला यौन शोषण, अब तोड़ी चुप्पी
Kutty Padmini: कुट्टी पद्मिनी ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण के खिलाफ एक्शन से तबतक कुछ नहीं होगा जबतक कि इसे लेकर उचित कानून ना आ जाएं।
Kutty Padmini: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री इन दिनों #metoo आंदोलन की जकड़ में आ चुकी है। हेमा कमेटी की रिपोर्ट पब्लिक होने के बाद इंडस्ट्री में होने वाले शारीरिक, यौन और मानसिक शोषण की घटनाएं सामने आने लगी हैं। अब कई कलाकार भी आगे आकर अपने साथ हुए अत्याचारों पर खुलकर बात कर रहे हैं। इस बीच, तमिल एक्ट्रेस कुट्टी पद्मिनी ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है।
कुट्टी पद्मिनी ने शुक्रवार को कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण के खिलाफ लिए जा रहे किसी भी एक्शन से तबतक कुछ नहीं होगा जबतक कि इसे लेकर उचित कानून ना आ जाएं। पद्मिनी तीन महीने की थी जब उनका एक्टिंग करियर शुरू हुआ। बाद में उन्होंने 'कुझंडैयुम देइवामुम' में अपने प्रदर्शन के लिए बाल कलाकार का नेशनल अवॉर्ड भी जीता था।
कुट्टी पद्मिनी ने 10 साल की उम्र में झेला यौन शोषण
एक्ट्रेस ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि असल में स्थिति इतनी खराब है कि उन्होंने अपनी तीन बेटियों को तमिल फिल्म इंडस्ट्री के आसपास भी भटकने नहीं दिया है। उन्होंने आगे बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि 10 साल की इतनी कम उम्र में उन्हें यौन शोषण का सामना करना पड़ा था।
पद्मिनी ने आगे कहा, “मैंने अपनी मां को इसके बारे में बताया और जब मेरी मां ने निर्माताओं से सवाल किया तो हमें फिल्म से बाहर कर दिया गया”। एक्ट्रेस ने कहा कि इतने सालों के बाद भी स्थिति वैसी ही है। उन्होंने सिंगर चिन्मयी की ओर इशारा किया जिन्होंने #metoo आंदोलन के समय गीतकार वैरामुथु पर आरोप लगाया था।
साथ ही, एक्ट्रेस श्री रेड्डी का नाम लिया जिन्होंने आरोप लगाया था कि फाइनेंसर सुब्रमणि और उनके असिस्टेंट गोपी द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया था। पद्मिनी ने कहा कि आरोप लगाने के बाद उन्हें इंडस्ट्री से हटा दिया गया था।
‘बाल शोषण गंभीर अपराध है लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया’
जब पद्मिनी से SIAA के महासचिव और एक्टर विशाल द्वारा वादा की गई 10 सदस्यीय समिति के बारे में पूछा गया तो एक्ट्रेस ने कहा कि #metoo लहर के बाद उनके द्वारा गठित समिति कहीं नहीं गई। उन्होंने आगे कहा, “फिल्म इंडस्ट्री में रेवती, रोहिणी और सुहाशिनी जैसी शक्तिशाली महिलाएं हैं। फिर भी, उस दौरान एक भी मीटिंग नहीं हुई। कोई भी बोलने के लिए आगे नहीं आया”।
एक्ट्रेस ने कहा कि “सच्चाई ये है कि इनमें से किसी के लिए भी असल में कोई सबूत नहीं है, क्योंकि महिलाएं अक्सर सालों बाद इसे उठाती हैं। यही कारण है कि इसे कैंसिल करना बहुत आसान है। मेरा ही केस ले लीजिए, बाल शोषण काफी गंभीर अपराध है लेकिन अपराधी बिना किसी सजा के बच गया। हमेशा यही स्थिति रही है”।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 31 August 2024 at 11:18 IST