अपडेटेड 10 July 2023 at 09:18 IST
'Bahubali' के 8 साल, फिल्‍म के वो कैरेक्टर्स जो आज भी जेहन में जिंदा...; महेंद्र बाहुबली, कटप्‍पा या भल्लालदेव कौन फेवरेट?
बाहुबली द बिग्निंग के कैरेक्टर्स के नाम जुबान पर ऐसे चढ़े कि लोग उन नामों के जरिए एक दूसरे को गरियाने या सहलाने के लिए प्रयोग में लाते हैं।
Bahubali 8 years: 10 जुलाई 2015 का ही वो दिन था जब भारतीय सिनेमा में बाहुबली का उदय हुआ। एक ऐसा योद्धा जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी मंजिल पा लेता है। महेन्द्र बाहुबली होता है उसका नाम। शिवा का शिवलिंग उठाना रोंगटे खड़ा कर देता है फिर आखिर का वो सीन जिसने इंटरनेट पर धमाल मचा दिया। लोग पूछने लगे बाहुबली को कटप्पा ने क्यों मारा?
बाहुबली द बिग्निंग री कैप-
- कटप्पा ने बाहुबली को क्लाइमक्स में जान से मारा, लोगों को सवाल के साथ छोड़ा गया।
- बाहुबली और अवंतिका के बीच का प्यार- दुत्कार भी लोगों को आया पसंद
- भल्लाल देव का खूंखार अंदाज और मां शिवगामी का इंतकाम
कटप्पा हिट है!
हाल ही महाराष्ट्र की पॉलिटिक्स में महा बदलाव हुआ। जिसमें बाहुबली के एक कैरेक्टर को दिग्गज शरद पवार ने दिल से याद किया! ये था कटप्पा। बाहुबली का राइट हैंड जो पार्ट टू आते आते उसका संहारक बन जाता है। ये है वो पात्र जो 8 साल बाद भी लोगों की जुबान पर इसलिए है क्योंकि उनके दिलो दिमाग पर बैठा है। ये ताकत है फिल्म बाहुबली की।
राजामौली ने बड़े रिसर्च के बाद पीरियड ड्रामा बनाई बाहुबली। 2015 में देश भर के करीब 4000 स्क्रीन्स पर रिलीज की गई। आते ही छा गया बाहुबली का बल। Cinema लवर्स को भी पता चला कौन है सुपर स्टार प्रभास? वो कैरेक्टर्स जिनके डायलॉग्स और अपीयरेंस लोग कॉपी करते हैं, मीम्स बनाते हैं और दिल से याद करते हैं, आइए उनके बारे में जान लेते हैं।
महेन्द्र बाहुबली, शिवा
ऐसा किरदार जो गांव में रहता है। ऊपर की ओर देखता है। उसे झरने, पहाड़ सब अपनी ओर बुलाते हैं। कनेक्शन नहीं समझ पाता। उसमें बल कमाल का है। सौ हाथियों जितना। एक राजा का धर्म सिर्फ शत्रु को मारना नहीं होता, प्रजा को बचाना भी होता है...जैसे कई डायलॉग्स थे जिसने उसे डिफाइन किया और लोगों ने इसे काफी प्यार से रिपीट भी किया।
भल्लाल देव
हर स्टोरी का एक विलेन होता है और इसमें था भल्लाल देव। जिसका देखने का अंदाज और बाहुबल भी कम नहीं था। उसके माथे का तिलक और गेट अप शानदार था। राणा दग्गुबती ने ये किरदार निभाया था।
शिवगामी
राम्या कृष्णन ने ये भूमिका बड़े अदब से निभाई। साउथ स्टार ने गंभीरता के साथ संवेदनशील कैरेक्टर प्ले किया। उनके माथे पर सजी बिंदी और आंखों से बरसती आग के कई फैन हो गए। उनका वो आइकॉनिक सीन लोगों को लम्बे समय तक याद रहेगा। जिसमें वो हाथ में नन्हा बाहुबली लेकर नदी से ऊपर उठती हैं। एक डायलॉग ने तो खूब वाहवाही पाई और वो था- नगर में ढ़िढोरा पिटवा दो… शिवगामी का पौत्र और अमरेंद्र बाहुबली का बेटा महेंद्र बाहुबली लौट आया है…
शिवा की मां देवसेना
देवसेना रानी के किरदार में थी। एक्टर अनुष्का शेट्टी ने रोल प्ले किया था। यातनाएं झेलती मां के किरदार में गजब की लगी थी देवसेना।
बाहुबली और अवंतिका के बीच का प्यार
तमन्ना भाटिया का रोल छोटा था लेकिन प्रभावकारी। अवंतिका और प्रभास के बीच का प्यार और दुराव के सीन्स बेहतरीन थे। उनकी बगीचे में मुलाकात से लेकर तलवारबाजी तक सब हिट रहा।
कटप्पा
स्वामी भक्ति का प्रतीक बना था कटप्पा। जो वैसे जो पूरी फिल्म में काफी पॉजिटिव दिखा लेकिन मौन रहकर ज्यादती देखने वाला दास की तरह चुपचाप सब सहता दिखा। यही वजह थी कि भल्लाल देव के कारण बाहुबली को रास्ते से साफ किया तो सवाल के साथ दर्शकों को छोड़े गया कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
पार्ट 1 से 2 तक की जर्नी यूं की तय
ये आइकॉनिक डायलॉग ही पार्ट 2 का आधार बना और 2 साल बाद लोगों को 2017 में बाहुबली द कंक्लूजन में इसका जवाब मिला। साल 2015 में रिलीज हुई फिल्म 'बाहबली 1' प्रभास के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई थी। फिल्म ने प्रभास को पूरे भारत का स्टार बना दिया था। एसएस राजामौली की फिल्म ने 600 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 10 July 2023 at 09:18 IST






