अपडेटेड 7 May 2023 at 13:47 IST
UP Mafia List: 5 फरार, 20 जमानत पर और 38 सलाखों के पीछे; रडार पर 63 माफिया, लिस्ट तैयार
मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) की सौगंध के बाद पुलिस ने 66 आपराधिक गिरोहों के प्रमुखों के नाम वाली एक सूची बनाई है। पुलिस (Police) ने जो लिस्ट बनाई है, उनमें से तीन अपराधी मारे जा चुके हैं।
UP Mafia Story: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) साफ कर चुके हैं कि माफियाओं-अपराधियों को 'मिट्टी में मिला देंगे'। योगी ये ऑर्डर है तो उत्तर प्रदेश की पुलिस (UP Police) भी पूरे एक्शन मोड़ में है। बंदूकों की नाल को ठीक से साफ किया जा चुका है, पुलिस का रडार भी ऑन है और अब अपराधियों के नामों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। मुख्यमंत्री योगी की सौगंध के बाद पुलिस ने 66 आपराधिक गिरोहों के प्रमुखों के नाम वाली एक सूची बनाई है। पुलिस ने जो लिस्ट बनाई है, उनमें से तीन अपराधी मारे जा चुके हैं। ताजा एनकाउंटर अनिल दुजाना (Anil Dujana) का हुआ, जिसे मेरठ में पुलिस ने ढेर किया। सूची में नामित बाकी 63 में से पांच फरार हैं, 20 जमानत पर बाहर हैं और 38 जेलों में बंद हैं।
गैंगस्टर अनिल दुजाना, जिसका नाम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिलों में दो दशकों तक खौफ पैदा करता रहा, उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स के साथ 4 मई को मुठभेड़ में मेरठ में मारा गया। अपने गांव का नाम अपने सर के नाम पर रखने वाले अनिल के खिलाफ हत्या और जबरन वसूली सहित 60 से अधिक मामले दर्ज थे। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि अनिल दुजाना उन 66 बदमाश और माफियाओं में से एक था, जिनका चिन्हिकरण करके मुख्यालय और शासन स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही थी।
आदित्य राणा और अतीक भी मारे गए
अनिल दुजाना से पहले आदित्य राणा उर्फ रवि को पुलिस ने एनकाउटंर में मार गिराया था। 12 अप्रैल को स्पेशल टास्क फोर्स ने पुलिस हिरासत से भागे आदित्य राणा उर्फ रवि को मार गिराया था। जबकि माफिया डॉन अतीक अहमद की हाल ही में प्रयागराज में हत्या हो गई थी।
5 कुख्यात अपराधी फरार हैं
इन तीनों के मारे जाने के बाद पुलिस की नजर 63 अपराधियों पर है। अगर फरार आरोपियों की बात करें तो सूचीबद्ध माफियाओं में से एक बदन सिंह बद्दो है, जो पिछले चार साल से फरार चल रहा है। गाजियाबाद में अदालत की पेशी के बाद मेरठ के एक भोजनालय में रुकने के बाद जब पुलिस पार्टी उसे फर्रुखाबाद जेल वापस ले जा रही थी, तब वह भागने में सफल रहा था। सभी पुलिसकर्मी कथित तौर पर शराब के नशे में धुत थे और उन्होंने स्थिति का फायदा उठाया। पुलिस अब तक बद्दो को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, जिसके खिलाफ हत्या, लूट और फिरौती के मामले दर्ज हैं।
इसके अलावा बसपा के पूर्व एमएलसी और सहारनपुर के खनन माफिया हाजी इकबाल उर्फ बाला भी फरार है और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया है। उनके भाई और बेटे जेल में हैं। सूची में शामिल अन्य लोग जो अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, उनमें जुगनू वालिया उर्फ हरविंदर सिंह (लखनऊ), मेरठ निवासी विनय त्यागी और प्रयागराज का जावेद उर्फ पप्पू का नाम है।
20 जमानत पर बाहर
63 अपराधियों में से 20 जमानत पर बाहर हैं। इनमें प्रमुख नाम हैं- अंबेडकरनगर का अजय प्रताप सिंह उर्फ अजय सिपाही, मुजफ्फरनगर का सुशील मूच, प्रतापगढ़ के अनूप सिंह और प्रदीप सिंह, गोरखपुर का सुधीर सिंह, राकेश यादव व विनोद उपाध्याय, कानपुर का सौद अख्तर, लखनऊ का बच्चू यादव, राजेश यादव, कमरुल हसन व जाबिर, प्रयागराज का हुसैन। ये सभी अभी जमानत पर बाहर हैं। पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह (वाराणसी) और संजीव द्विवेदी उर्फ रामू द्विवेदी (देवरिया के) भी जमानत पर हैं।
मुख्तार अंसारी समेत 38 अपराधी जेल में
जो जेल में बंद हैं, उनमें पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी, पूर्व सांसद रिजवान जहीर, त्रिभुवन सिंह, अमित कसाना, सुंदर भाटी और सुभाष ठाकुर शामिल हैं। शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि कई टीमें फरार आरोपियों की तलाश कर रही हैं और जमानत पर छूटे लोगों पर भी नजर रख रही हैं। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि फरार चल रहे माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। जमानत पर छूटे माफियाओं की गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर है। पुलिस समय-समय पर उनका सत्यापन करती है।' अहम बात ये है कि ये सूची मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की माफियाओं के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की कसम खाने के कुछ हफ्तों बाद बनाई गई।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 7 May 2023 at 13:47 IST