अपडेटेड 11 December 2025 at 14:15 IST
Dhurandhar के इस सीन पर आगबबूला हुईं पाकिस्तानी नेता, उठाए सवाल, तो अपने ही मुल्क के लोगों ने दिखा दिया आईना
Pakistani leader slams Dhurandhar: रणवीर सिंह की 'धुरंधर' को लेकर पाकिस्तान में लगातार बवाल चल रहा है। अब पाकिस्तानी नेता सुमेता अफजल सैयद ने एक सीन पर सवाल उठाए हैं।
Pakistani leader slams Dhurandhar: भारत में जितना जादू ‘धुरंधर’ का छाया हुआ है, उतना ही ये पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में विवादों में घिरी हुई है। अब पाकिस्तानी नेता सुमेता अफजल सैयद ने रणवीर सिंह स्टारर पर बड़े सवाल उठाए हैं। सुमेता ने एक सीन को लेकर नाराजगी जताई है लेकिन पाकिस्तानी जनता उनके ही पीछे पड़ गई।
सुमेता अफजल सैयद का आरोप है कि ‘धुरंधर’ के मेकर्स ने फिल्म में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की तस्वीरों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। दरअसल, फिल्म में रहमान डकैत का किरदार जिस पार्टी को सपोर्ट करता है, उसके पोस्टर पर बेनजीर की फोटो छपी है जिसपर सुमेता भड़क उठी।
‘धुरंधर’ पर क्यों भड़कीं पाकिस्तानी नेता?
सुमेता ने इस सीन की एक फोटो शेयर की और लिखा- “हाल ही में रिलीज हुई भारतीय फिल्म ‘धुरंधर’ में शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो की तस्वीरों का गैरकानूनी इस्तेमाल किया गया है और PPP को आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वाली पार्टी के रूप में पेश करने की शर्मनाक कोशिश की गई है”।
वो आगे लिखती हैं- “हम इस दुर्भावनापूर्ण दुष्प्रचार की कड़ी निंदा करते हैं और सरकार से अपील करते हैं कि वह पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित लोकतांत्रिक नेता को बदनाम करने की भारत की इस कोशिश का तत्काल संज्ञान ले। PPP आतंकवाद की सबसे बड़ी शिकार रही है और हमेशा से उग्रवाद के खिलाफ सबसे मजबूत ताकत के रूप में खड़ी हुई है और हमेशा खड़ी रहेगी”।
पाकिस्तानी नेता को पाक जनता ने ही किया ट्रोल
सुमेता ने सोचा होगा कि ‘धुरंधर’ की आलोचना करके वो लोगों की तारीफें बटोरेंगी लेकिन हो इसका उल्टा ही गया। उन्हीं के मुल्क के लोग उनकी जमकर खिंचाई कर रहे हैं। एक ने सवाल किया कि ‘ल्यारी में अब्दुल रहमान बलोच को कौन मदद और संरक्षण दे रहा था?’ तो दूसरे यूजर ने एक पुरानी फोटो शेयर कर दावा किया कि 'जब बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान लौटी थीं तो उनकी सिक्योरिटी रहमान डकैत ही हैंडल कर रहा था'।
एक पाक यूजर ने सुमेता से सवाल किया कि ‘क्या रहमान डकैत की अमन कमेटी पीपीपी की सहयोगी नहीं थी? क्या बिलावल हाउस के कामों के लिए रहमान डकैत का इस्तेमाल नहीं किया गया?’
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 11 December 2025 at 14:15 IST