अपडेटेड 14 February 2025 at 10:01 IST
Mamta Kulkarni: 3 दिन पहले दिया था इस्तीफा, अब मारा यू-टर्न... फिर किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं ममता
Mamta Kulkarni: पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने के बाद यू-टर्न ले लिया है।
Mamta Kulkarni: पूर्व बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने के बाद यू-टर्न ले लिया है। जी हां, करण अर्जुन फेम ममता का अब कहना है कि किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।
ममता कुलकर्णी हाल ही में 25 साल बाद भारत लौटी थीं और आते ही एक बड़ा धमाका कर दिया। उन्होंने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 में संन्यास ले लिया है। पिंडदान के बाद उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर का पद सौंप दिया गया था जिससे 10 फरवरी को पूर्व एक्ट्रेस ने इस्तीफा दे दिया।
ममता कुलकर्णी फिर बनीं महामंडलेश्वर
ममता कुलकर्णी का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो इस्तीफा वापस लेने की बात कहती नजर आ रही हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने ये भी खुलासा किया कि केवल तीन दिन बाद ही वो किन्नर अखाड़े में दोबारा क्यों शामिल हो गईं।
वीडियो में ममता कुलकर्णी बताती हैं- “नमस्ते, मैं श्री यमाई ममता नंद गिरि। दो दिन पहले मेरे पट्टा गुरू डॉ आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के ऊपर कुछ लोगों ने गलत अक्षेप लगाए थे। उस भावना में आकर मैंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन उन्होंने वो इस्तीफा नामंजूर कर दिया”।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने महामंडलेश्वर बनने के बाद छत्र, छड़ी की गुरू भेंट डॉ आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को की थी और जो बचे थे वो उन्होंने भंडारे के लिए अर्पित कर दिया। उन्होंने पद पर वापस बैठाने के लिए आभार जताया और कहा कि अपनी आगे की जिंदगी किन्नर अखाड़े और सनातन धर्म के लिए समर्पित रहेंगी।
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े से क्यों हटाया गया?
गौरतलब है कि ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाने के फैसले का काफी विरोध हुआ था। इसे देखते हुए 31 जनवरी को किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने उन्हें महामंडलेश्वर पद से हटा दिया था। लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर पद से हटाया गया। अजय दास ने कहा था कि स्त्री को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाना सिद्धांतों के खिलाफ है। फिर ममता ने 10 फरवरी को महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मैं 25 साल से साध्वी थी और साध्वी ही रहूंगी।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 14 February 2025 at 10:01 IST