अपडेटेड 10 August 2023 at 20:10 IST
सच्ची लव स्टोरी से प्रेरित है ‘Gadar’ की कहानी, सिपाही बूटा सिंह थे हीरो, प्यार को वापस लाने गए थे पाकिस्तान
फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ की कहानी सच्ची लव स्टोरी से प्रेरित थी। सिपाही बूटा सिंह अपने प्यार को वापस लाने के लिए पाकिस्तान गए थे।
Gadar Inspired From True Love Story: गदर 2 की रिलीज को अब केवल चंद घंटे बाकी रह गए हैं। इस फिल्म को लेकर फैंस उतावले हो रहे हैं। साल 2001 में फिल्म ‘गदर: एक प्रेम कथा’ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। 22 सालों के बाद एक बार फिर तारा सिंह और सकीना की जोड़ी बड़े पर्दे पर धमाल मचाने के लिए तैयार है। आपको जानकर हैरानी होगी कि तारा और सकीना की लव स्टोरी एक सच्ची प्रेम कहानी से प्रेरित थी।
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- सच्ची कहानी से प्रेरित थी ‘गदर’ की स्टोरी
- सनी देओल ने निभाया था बूटा सिंह का किरदार
- ब्रिटिश इंडियन आर्मी में सिपाही थे बूटा सिंह
सत्य घटना से प्रेरित थी गदर की कहानी
‘गदर: एक प्रेम कथा’ ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया था। भारत से लेकर पाकिस्तान तक इस फिल्म के चर्चे हुए थे। आज भी फिल्म के किरदार लोगों के दिलों में बसे हुए हैं। असल में इस फिल्म की पटकथा एक दुखभरी प्रेम कहानी पर आधारित थी। तारा सिंह का किरदार सिपाही बूटा सिंह से प्रेरित था। बूटा सिंह अपनी पत्नी जैनब को लाने के लिए पाकिस्तान जाते हैं।
बूटा सिंह ने बताई थी जैनब की जान
बूटा सिंह ब्रिटिश इंडियन आर्मी में सिपाही थे, जो बर्मा फ्रंट पर तैनात थे। मूलरूप से वह पंजाब के लुधियाना के रहने वाले थे। 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान कई जगह हिंसा भड़क गई थी। उस समय बूटा सिंह ने मुस्लिम लड़की जैनब की जान बचाई थी। जैनब और बूटा सिंह को एक-दूसरे का साथ पसंद आया और देखते ही देखते दोनों को प्यार हो गया।
बूटा सिंह और जैनब ने की शादी
बूटा सिंह और जैनब ने साथ जीने-मरने की कसम खाई और एक-दूसरे शादी कर ली। दोनों के घर दो बेटियों का जन्म भी हुआ, लेकिन भारत सरकार ने एक अध्यादेश जारी किया, जिस कारण जैनब को अपने परिवार के पास वापस पाकिस्तान जाना पड़ा। जैनब ने कहा कि वह अपने परिवार से मिलकर कुछ दिनों में लौट आएगी। बताया जाता है कि पूरा गांव जैनब को विदा करने के लिए आया था।
प्यार को वापस पाने पाकिस्तान जाते हैं बूटा सिंह
कुछ दिनों में जब जैनब वापस नहीं आती तो बूटा सिंह पाकिस्तान जाने का फैसला करते हैं। वो वीजा के लिए अप्लाई करते हैं, लेकिन उनकी एप्लिकेशन रद्द कर दी जाती है। अपे प्यार के लिए वह जान दांव पर लगाते हैं और गैरकानूनी तरीके से पाकिस्तान में घुस जाते हैं। वहां जाकर उन्हें पता चलता है कि जैनब की शादी उनके चचेरे भाई से कर दी गई। गैरकानूनी तरीके से पाकिस्तान में घुसने के आरोप में बूटा सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाता है।
जैनब ने किया भारत आने से इनकार
बूटा सिंह कोर्ट में जैनब से शादी और अपनी बेटियों की बात बताते हैं, लेकिन कोर्ट उनकी दलीले मानने से इनकार कर देता है। परिवार के दबाव के कारण जैनब भी वापस भारत आने के पक्ष में नहीं होती और कोर्ट में वह बूटा सिंह अपने रिश्ते को नकार देती है। यह सब देख बूटा सिंह बुरी तरह टूट जाते हैं। 1957 में वो अपनी बेटी के साथ ट्रेन के आगे कूद जाते हैं। बूटा सिंह की तो मौत हो जाती है, लेकिन बेटी की जान बच जाती है।
नहीं पूरी हुई अंतिम इच्छा
बूटा सिंह की अंतिम इच्छा थी कि उन्हें जैनब के गांव नूरपुर में दफनाया जाए, लेकिन उनके परिवार ने यह इच्छा भी पूरी नहीं होने दी। अंत में उन्हें मियां साहिब में दफनाया गया, जहां उनकी कब्र प्रेमी जोड़ों के लिए एक प्यार की निशानी बन गई। बूटा सिंह और जैनब की इस कहानी पर इशरत रहमानी ने ‘मुहब्बत’ नाम की नॉवेल लिखी है। पंजाबी फिल्म ‘शहीद-ए-मोहब्बत बूटा सिंह’, कनाडाई फिल्म ‘पार्टिशन’ और बॉलीवुड फिल्म ‘वीर जारा’ की कहानियां भी इसी सच्ची कहानी से प्रेरित है।
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पहले दिन बंपर ओपनिंग की उम्मीद
फिल्म गदर में तारा सिंह अपने बेटे जीते के प्यार के लिए पाकिस्तान में एंट्री करेंगे। इस बार फिल्म की कहानी 1971 भारत-पाक युद्ध के इर्द-गिर्द घूमती नजर आएंगी। फिल्म के गाने पहले ही दर्शकों के दिलों पर राज कर रहे हैं। एडवांस बुकिंग के मामले में भी फिल्म ने अपना जलवा दिखाया है। पहले दिन यह फिल्म 30 से 35 करोड़ रुपए की कमाई कर सकती है।
Published By : Mohit Jain
पब्लिश्ड 10 August 2023 at 20:09 IST