अपडेटेड 31 December 2024 at 22:26 IST
अदिति गोवित्रिकर ने बताया नए साल के जश्न का क्या है मतलब? वह कैसे करेंगी सेलिब्रेट
पुरानी यादों के विदाई और नई उम्मीदों के स्वागत करने का समय आ चुका है। ऐसा कहना है मनोरंजन जगत की हस्तियों में से एक अदिति गोवित्रिकर का। कलाकार डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक अदिति ने बताया कि नए साल का जश्न वह कैसे मनाएंगी।
Aditi Govitrikar: पुरानी यादों के विदाई और नई उम्मीदों के स्वागत करने का समय आ चुका है। ऐसा कहना है मनोरंजन जगत की हस्तियों में से एक अदिति गोवित्रिकर का। कलाकार डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक अदिति ने बताया कि नए साल का जश्न वह कैसे मनाएंगी। अदिति हमेशा से ही जीवन और उसकी प्राथमिकताओं के बीच संतुलन बनाने में विश्वास करती आई हैं। ऐसे में उनका मानना है कि परिवार के साथ खुशियों को मनाने से वह और भी बढ़ जाती हैं। अभिनेत्री का मानना है कि साल 2024 उनके लिए शानदार रहा। उन्होंने अच्छे और विश्वसनीय काम किए, जिसके लिए उन्हें काफी प्रशंसा मिली।
नए साल पर उनकी क्या योजना है इस पर अभिनेत्री ने स्वीकारा की ये साल काम के लिहाज से काफी व्यस्त रहा, ऐसे में साल को अलविदा कहना है तो वाकई में परिवार और दोस्तों के साथ से बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने बताया, "भगवान की कृपा से साल 2024 मेरे लिए अच्छा रहा। मैंने कई काम करने का आनंद लिया और साल का अंत ‘मिसमैच्ड 3’ रिलीज के साथ हुआ, जो एक प्रोजेक्ट के रूप में मेरे दिल के बहुत करीब है। अपने परिवार और करीबी दोस्तों के साथ नए साल की पूर्व संध्या मनाने और सकारात्मकता को बटोरने के साथ ही साल 2025 का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं। मेरे सभी प्रशंसकों और प्रेमियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद और आगे बढ़ने के लिए सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।"
मिसमैच्ड सीजन 3, 13 दिसंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुआ था। इस सीरीज में अदिति के साथ रोहित सराफ और प्राजक्ता कोली मुख्य भूमिका में हैं। अभिनेत्री शादीशुदा महिलाओं के लिए एक सौंदर्य प्रतियोगिता ‘मार्वलस मिसेज इंडिया’ का आयोजन कर रही हैं। अभिनेत्री ने प्रतियोगिता को लेकर बताया था, “ मेरा मानना है केवल खूबसूरती ही नहीं दिमाग भी तेज होना जरूरी है।”
अदिति ने बताया था, यह प्रतियोगिता केवल विवाहित महिलाओं के बारे में नहीं है। हम माता-पिता, तलाकशुदा, अलग हुई महिलाओं और विधवाओं को भी यहां आने के लिए प्रेरित करते हैं। हम सभी को मौका देते हैं। जिस तरह से हम उन्हें सशक्त बनाते हैं, वह सबसे पहले आत्मविश्वास का निर्माण करना है। हम उन्हें यह एहसास दिलाने में मदद करते हैं कि वह जो भी ठान लें, उसे हासिल कर सकती हैं और हम व्यक्तित्व विकास पर भी फोकस करते हैं।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 31 December 2024 at 22:26 IST