अपडेटेड 23 June 2024 at 11:57 IST
कोर्ट से राहत के बाद रिलीज हुई अन्नू कपूर की फिल्म 'हमारे बारह', दर्शकों ने की तारीफ
निर्देशक कमल चंद्रा ने एक क्रांतिकारी किस्म की कहानी को जिस मार्मिक अंदाज़ में पेश किया है, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है।
Hamare Barah Released: बच्चे पैदा करना किसी भी औरत के लिए एक बेहद सामान्य प्रकिया होती है। कमोबेश हर औरत ज़िंदगी में मां बनने की ख़्वाहिश रखती है। लेकिन अगर किसी मज़हब की आड़ लेकर अगर औरतों को बार बार मां बनने के लिए मजबूर किया जाए और देश की आबादी पर उसका गहरा असर दिखने लगे तो क्या तब भी किसी कोई आवाज़ नहीं उठानी चाहिए? क्या ख़ामोशी अख़्तियार कर इस तरह के संजीदा मामले से आंख चुराई जा सकती है? क्या औरत का अपने ही शरीर पर कोई हक़ नहीं होता है? क्या किसी औरत के शौहर को उसके साथ जबर्दस्ती करने का हक़ है? ऐसे ही सभी ज़रूरी सवालों का मुकम्मल जवाब तलाशती है शुक्रवार को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई फ़िल्म 'हमारे बारह'।
महज़ब की आड़ में औरतों पर होने वाले बेतहाशा अत्याचार की दास्तां सदियों से दोहराई जाती रही है लेकिन सिनेमा का इतिहास उठाकर देखा जाए तो औरतों के हक़ की आवाज़ उठाने वाली कम ही फ़िल्में बनी है। ऐसे में 'हमारे बारह' एक साहसी फ़िल्म के तौर पर सामने आती है और बताती है कि महज़ब के नाम पर औरत के शरीर को यूं नोंचा-खसोटा नहीं जा सकता है, फिर भले ही ऐसा करने वाला उसका शौहर की क्यों ना हो।
औरतों के हक़ में बनी और महज़ब से जुड़े दकिनानूसी रिवाज़ों के मुखालफ़त करती फ़िल्म को जिस दमदार अंदाज़ में निर्देशक कमल चंद्रा ने पेश किया है, वो हर किसी को भी सोचने पर मजबूर कर देगी। यह एक ऐसी सशक्त फ़िल्म है जो सीधे दिलो-दिमाग पर असर करती है।
निर्देशक कमल चंद्रा ने एक क्रांतिकारी किस्म की कहानी को जिस मार्मिक अंदाज़ में पेश किया है, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। एक कसी हुई पटकथा, दिल पर असर करन वाले संवाद, फ़िल्म के अर्थपूर्ण गाने और उम्दा संगीत का असर कुछ ऐसा होता है कि 'हमारे बारह' एक दर्शनीय फ़िल्म बनकर सामने आती है। 'हमारे बारह' के तमाम कलाकारों की बेहतरीन अदाकारी इस फ़िल्म का एक और हाईलाइट हैं। हर कलाकार का चयन अपने अपने किरदारों के लिए एकदम सटीक तरीके से किया गया है। महज़ब के नाम पर अपनी बीवियों पर अत्याचार करने वाले एक बेरहम शौहर और बच्चे पर बच्चे पैदा करने वाले बाप के रूप में अन्नू कपूर ने अपने किरदार को जीवंत कर दिया है।
अन्नू कपूर के अलावा पार्थ समथान, मनोज जोशी, अश्विनी कलसेकर, अभिमन्यु सिंह, पारितोष त्रिपाठी, अदिति भातपेहरी, अंकिता द्विवेदी, अदिति धीमान, शगुन मिश्रा जैसे कलाकारों ने भी अपने अपने किरदारों को बढ़े ही दमदार तरीके से निभाया है जिससे फ़िल्म को एक अलग ही मकाम हासिल होता है।
'हमारे बारह' कहीं भी ज्ञान बांटने और एक धर्म विशेष की बुराई करने की बजाय लोगों को आत्म अवलोकन करने का एक सुनहरा मौका देती है. यह फ़िल्म साबित करती है कि अगर नीयत सही हो तो किसी भी तरह की मज़हबी बुराइयों को पुरज़ोर तरीके से सामने लाकर उसपर बहस की जा सकती है।
कलाकार : अन्नू कपूर, पार्थ समथान, मनोज जोशी, अश्विनी कलसेकर, अभिमन्यु सिंह, पारितोष त्रिपाठी, अदिति भातपेहरी, अंकिता द्विवेदी, अदिति धीमान, शगुन मिश्रा आदि
निर्देशक : कमल चंद्रा
निर्माता : रवि गुप्ता, बिरेंदर भगत, संजय नागपाल और शिओ बालक सिंह
संगीतकार : अन्नू कपूर, संदीप बत्रा और बिशाख ज्योति
रेटिंग : 4 स्टार
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 23 June 2024 at 11:57 IST