अपडेटेड 3 March 2024 at 09:38 IST

कौन हैं सौमित्र खान, BJP ने बंगाल की Bishnupur सीट से दिया टिकट; लोग समझ बैठे थे मुस्लिम, पर...

लिस्ट में अब्दुल सलाम के अलावा खान उपनाम वाले उम्मीदवार सौमित्र खान थे। चर्चा होने लगी कि BJP ने 2 मुस्लिमों को टिकट दिया है। हालांकि सौमित्र मुस्लिम नहीं हैं।

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सौमित्र खान | Image: facebook

BJP Candidate Saumitra Khan : भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल की बिष्णुपुर सीट से सौमित्र खान को मैदान में उतारा है, जिनके जाति-धर्म को लेकर लोगों के बीच काफी चर्चा हो रही है। केरल की मलप्पुरम सीट से बीजेपी ने एक मुस्लिम चेहरे अब्दुल सलाम को उतारा है। लोग सौमित्र खान को भी मुसलमान समझने लगे हैं। हालांकि असलियत में वो मुस्लिम नहीं हैं।

बीजेपी ने शनिवार को 16 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेशों में 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें 47 युवा उम्मीदवार, 28 महिला उम्मीदवार, 27 अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवार, 18 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवार और 57 ओबीसी/पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं। इस लिस्ट पर जब नजर डाली गई तो अब्दुल सलाम के अलावा 'खान' उपनाम वाले उम्मीदवार सौमित्र खान थे। ऐसे में चर्चा होने लगी कि बीजेपी ने दो मुस्लिमों को टिकट दिया है। हालांकि टिकट मुस्लिम के रूप में सिर्फ अब्दुल सलाम को मिला है।

सौमित्र खान का धर्म और जाति क्या?

सौमित्र खान मुसलमान नहीं, बल्कि हिंदू हैं। सौमित्र खान का जन्म 8 दिसंबर 1980 को पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के दुर्लभपुर में हुआ। वो शुनरी जाति के एक बंगाली हिंदू परिवार से आते हैं। उनके पिता का नाम धनंजय खान है और मां का नाम छाया रानी खान है। सौमित्र खान को उपनाम अपने पिता धनंजय खान और मां छाया रानी खान से मिला है। बताया जाता है कि उनके नाम का उच्चारण 'सौमित्र खा' के रूप में किया जाता है, लेकिन अंग्रेजी में इसे सौमित्र खान के रूप में लिखा जाता है। सौमित्र खान एससी (अनुसूचित जाति) वर्ग से ताल्लुक रखते हैं। सौमित्र खान अपने माथे पर तिलक और हाथ में कलावा भी बांधते हैं।

बीजेपी उम्मीदवार सौमित्र खान (Image: @KhanSaumitra/X)

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इसे ऐसे भी समझिए कि जिस बिष्णुपुर सीट से सौमित्र खान जीत हासिल करते रहे हैं और अभी भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है, वो अनुसूचित जाति को आरक्षित है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा या लोकसभा सीट पर मुस्लिम ही नहीं, बल्कि किसी और वर्ग को भी चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं है।

सौमित्र खान का राजनीतिक करियर

सौमित्र खान मौजूदा वक्त में बिष्णुपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं। सौमित्र खान ने कांग्रेस के साथ जुड़कर अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। कांग्रेस के टिकट पर वो विधायक बने थे। हालांकि 2013 में कांग्रेस छोड़कर उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का दामन थाम लिया। वो 2014 में टीएमसी के सांसद चुनकर आए थे। बिष्णुपुर लोकसभा क्षेत्र कम्युनिस्ट पार्टी का गढ़ हुआ करता था। 1971 के बाद से 2014 तक यहां कम्युनिस्ट पार्टी ने राज किया। हालांकि 2014 में सौमित्र खान ने कम्युनिस्टों के 43 साल के राज को खत्म किया। 2019 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीता था। अभी वो पश्चिम बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष भी हैं।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 3 March 2024 at 09:38 IST