अपडेटेड 28 October 2023 at 10:16 IST
VIDEO: देवनारायण मंदिर के पुजारी ने पकड़ा प्रियंका गांधी का झूठ, पीएम के खिलाफ सुनाई थी मनगढ़ंत कहानी
Jhunjhunu जनसभा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आचार संहिता का उल्लघंन किया और ईसी ने तलब भी कर लिया। अब उनकी वही कही सवालों के घेरे में है।
Priyanka Gandhi On PM Evelope: भीलवाड़ा स्थित स्थल मालासेरी डूंगरी मंदिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने 27 अक्टूबर को मीडिया से रूबरू हुए। साफ शब्दों में कहा कि प्रधानमंत्री के 21 रुपए वाली बात अफवाह है और कुछ नेताओं ने इसे जबरन फैलाया। भगवान देवनारायण गुर्जर समाज के आराध्य हैं।
खबर में आगे पढ़ें-
- कांग्रेस महासचिव का पकड़ा गया झूठ, कैसे?
- क्या कहा था प्रियंका गांधी ने?
- लिफाफे की पोल खोल!
जयपुर में पोल खोल
पुजारी हेमराज पोसवाल ने अपनी स्थिति साफ की और प्रधानमंत्री वाली बात को सिरे से खारिज किया। कहा- मंदिर समिति और मैंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दान-पात्र में कोई लिफाला डाला था। न ही दान-पात्र खोलते समय ये बताया कि लिफाफा प्रधानमंत्री का है। ये पूरी तरह से अफवाह फैलाई गई। बोले-
इस अफवाह में बताया प्रधानमंत्री ने कोई लिफाफा डाला। इसको खोलने पर 21 रुपए निकले, लेकिन मंदिर समिति और मैंने कभी भी ऐसा बयान नहीं दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने न कोई लिफाफा दान-पात्र में डाला। न दान-पात्र खोलते समय निकला। न ही मैंने बताया कि यह प्रधानमंत्री का लिफाफा है। इस मुद्दे को लेकर राजस्थान प्रदेश भाजपा ने पोस्ट शेयर की है।
पकड़ा गया झूठ?
पोसवाल ने जयपुर में अपनी बात रखी। आगे कहा- प्रियंका गांधी ने दौसा और झुंझुनूं में काल्पनिक कहानी बनाकर लिफाफे का जिक्र किया। हर साल की तरह इस साल भी भादवीं छठ के अवसर पर दान-पात्र खोला गया था। जो समिति और सर्वसमाज के सामने खोला गया। इसमें कैश और लिफाफे मिले। इस दौरान मेरे और मंदिर समिति के लोगों से रंजिश रखने वाले आसींद-भीलवाड़ा के स्थानीय राजनेताओं ने अफवाह फैलाई।
प्रियंका गांधी ने कब और क्या कहा था?
प्रियंका गांधी ने कुछ दिन पहले दौसा में जनसभा के दौरान कहा था- मैंने टीवी पर देखा, पता नहीं सच है कि नहीं, देवनारायण जी के मंदिर में कुछ समय पहले प्रधानमंत्री गए थे और एक लिफाफा डाल आए। 6 महीने बाद प्रधानमंत्री जी की ओर से दिया लिफाफा खोला गया, जनता सोच रही थी कि भगवान जाने क्या होगा इस लिफाफे में? देश के इतने बड़े नेता आए थे, वह लिफाफा डालकर गए थे।
शिकायत पर ईसी से नोटिस
इस कमेंट पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग में शिकायत की। 26 अक्टूबर को आयोग ने प्रियंका से 30 अक्टूबर की शाम तक नोटिस का जवाब देने को कहा। निर्वाचन आयोग ने प्रियंका गांधी वाड्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया। साथ ही आयोग ने कहा कि वोट हासिल करने के लिए जाति या सांप्रदायिक भावनाओं की अपील नहीं की जाएगी। मस्जिदों, चर्चों, मंदिरों या अन्य पूजा स्थलों का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए मंच के रूप में नहीं किया जाएगा। पार्टियों और उम्मीदवारों को किसी के निजी जीवन के सभी पहलुओं की आलोचना से बचना चाहिए। यही नहीं नेताओं को असत्यापित आरोपों के आधार पर आलोचना से बचना चाहिए।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 28 October 2023 at 10:12 IST