अपडेटेड 14 January 2025 at 23:27 IST

लग्जरी कमरे में सूट-जूते-चश्मे... PM आवास को बताया 'राजमहल', तो फर्जी पोस्ट करने के मामले में AAP नेताओं पर 5 FIR दर्ज

दिल्ली में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी फैलाने के आरोप में राम गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

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FIR registered against AAP leaders | Image: PTI

जतिन शर्मा

दिल्ली में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को लेकर सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी फैलाने के आरोप में राम गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर में राम गुप्ता पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की छवि धूमिल करने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है।

एफआईआर में दावा किया गया है कि राम गुप्ता ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास को 'राजमहल' कहकर संबोधित किया और यह झूठा दावा किया कि प्रधानमंत्री के आवास में अलग-अलग लक्जरी कमरे केवल सूट, जूते, चश्मे, स्कार्फ आदि रखने के लिए बनाए गए हैं। इसके अलावा, यह भी कहा गया कि आवास के नवीनीकरण पर 2,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

FIR में पीएम मोदी की छवि खराब करने का आरोप

एफआईआर के अनुसार, "यह स्पष्ट है कि यह ट्वीट पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत है। इसका उद्देश्य समाज में झूठ फैलाना और जनता को गुमराह करना है। इस तरह का ट्वीट न केवल लोगों को भ्रामक जानकारी देता है बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय का भी अपमान करता है। ट्वीट का उद्देश्य प्रधानमंत्री की छवि को जनता के सामने खराब करना है।"

एफआईआर में आगे कहा गया, "राम गुप्ता, जिनके सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं, को अपने प्लेटफॉर्म पर साझा की जाने वाली सामग्री के प्रति जिम्मेदार और नैतिक होना चाहिए। लेकिन उन्होंने इस ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री के खिलाफ गलत नैरेटिव खड़ा करने की कोशिश की है। यह एक गलत सूचना अभियान शुरू करने का प्रयास है।"

प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट का मामला

प्रधानमंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ तीसरा एफआईआर दर्ज किया गया है। यह मामला 9 और 10 जनवरी, 2025 को किए गए पोस्ट्स को लेकर दर्ज किया गया है, जिसमें प्रधानमंत्री की छवि को खराब करने का आरोप लगाया गया है।

आरोप है कि इन पोस्ट्स में प्रधानमंत्री की फोटो को मोर्फ और फेक तरीके से पेश किया गया है। इसके जरिए गलत सूचना फैलाई गई, जिसका उद्देश्य न केवल प्रधानमंत्री की छवि खराब करना था, बल्कि दिल्ली में सांप्रदायिक सौहार्द्र को भी बिगाड़ने का प्रयास किया गया।

संवैधानिक पद की साख को नुकसान पहुंचाने का आरोप

एफआईआर में यह भी कहा गया है कि इन पोस्ट्स को आम आदमी पार्टी, इसके संयोजक और पार्टी के अधिकारियों ने जानबूझकर शेयर किया। इन पोस्ट्स का उद्देश्य प्रधानमंत्री, जो एक संवैधानिक पद पर आसीन हैं और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, की साख को नुकसान पहुंचाना बताया गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने अभी तक इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 14 January 2025 at 23:12 IST