अपडेटेड 16 March 2024 at 15:13 IST

आदर्श आचार संहिता क्‍या है, कब से होती है लागू और विशेषताएं क्‍या हैं? समझिए इससे जुड़ी ABCD

भारत का निर्वाचन आयोग 18वीं लोकसभा के लिए चुनावों का ऐलान करने जा रहा है। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो जाएगी।

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Model Code of Conduct | Image: republic

Model Code of Conduct : दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत अब प्रजातंत्र का सबसे बड़ा त्योहार मनाने जा रहा है। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ देश में लोकसभा चुनावों की रणभेरी बज उठी है। भारत का निर्वाचन आयोग 18वीं लोकसभा के लिए चुनावों का ऐलान कर रहा है। 

देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार नवनिर्वाचित चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ तारीखों की घोषणा कर रहे हैं। इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस दिल्ली के विज्ञान भवन में चल रही है। चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो जाएगी। अब जरा आदर्श आचार संहिता की पूरी A-B-C-D को समझिए...

आदर्श आचार संहिता क्‍या है?

आचार संहिता राजनीतिक पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए निर्धारित किए गए मापदंडों का एक समूह है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, राजनीतिक पार्टियों की सहमति से आदर्श आचार संहिता के मानकों को तैयार किया गया। इसके सिद्धांतों का पालन करने के लिए सभी ने सहमति दी।  निर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव तारीखों की घोषणा किए जाने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है।

  • लोकसभा चुनाव के समय आचार संहिता पूरे देश में लागू होती है।
  • विधानसभा चुनाव के दौरान ये संहिता सिर्फ राज्य में ही लागू होती है।
  • उप-चुनावों के समय यदि वो निर्वाचन क्षेत्र राज्‍य राजधानी, महानगर शहरों, नगर-निगमों में शामिल हैं तो यह संहिता सिर्फ संबंधित निर्वाचन क्षेत्र में ही लागू होगी। अन्‍य सभी मामलों में आदर्श आचार संहिता उप-चुनावों वाले निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले संपूर्ण जिले में लागू होगी।

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निर्वाचन आयोग की क्‍या भूमिका है?

भारत के संविधान के अनुच्‍छेद 324 के अधीन भारत निर्वाचन आयोग केंद्र और राज्यों में सत्ताधारी पार्टियों और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करता है। ये सुनिश्चित किया जाता है कि अधिकारी तंत्र का दुरूपयोग न हो। इसके अलावा चुनावों में रिश्वतखोरी, मतदाताओं को प्रलोभन, उन्हें धमकाना या डराने जैसी गतिविधियों को रोका जा सके।

आचार संहिता की मुख्‍य विशेषताएं क्‍या हैं?

आदर्श आचार संहिता की मुख्‍य विशेषताएं निर्धारित करती हैं कि राजनीतिक दलों, निर्वाचन लड़ने वाले अभ्‍यथियों और सत्ताधारी दलों को निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान कैसा व्‍यवहार करना चाहिए। मतलब निर्वाचन प्रक्रिया, बैठकें आयोजित करने, शोभायात्राओं, मतदान दिवस गतिविधियों और सत्ताधारी दल के कामकाज के दौरान उनका सामान्‍य आचरण कैसा होगा।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 16 March 2024 at 10:50 IST