अपडेटेड 9 March 2024 at 15:33 IST
'माल्टा की जेल में तुम थे या तुम्हारा बाप', Owaisi ने दिखाए आक्रामक तेवर, गजवा-ए हिंद पर दिया जवाब
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने विरोधियों पर भड़ास निकाली है। वो 'गजवा-ए हिंद' को लेकर करने वालों पर भड़कते नजर आए हैं।
Asaduddin Owaisi : हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान चर्चा में आया है। ओवैसी अक्सर अपने विवादित और भड़काऊ बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं। अभी लोकसभा चुनावों को लेकर गर्माए माहौल के बीच असदुद्दीन ओवैसी ने फिर से आक्रामक तरीके से बयान दिया और गजवा-ए हिंद को लेकर बात करने वालों को जवाब दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने विरोधियों पर भड़ास निकाली है। वो 'गजवा-ए हिंद' को लेकर करने वालों पर भड़कते नजर आए हैं। ओवैसी ने सोशस मीडिया 'X' पर अपने भाषण का वीडियो भी शेयर किया है।
गजवा-ए हिंद को लेकर भड़के ओवैसी
वीडियो में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आक्रामक अंदाज में कहते हैं, 'भारत के मुसलमानों से गजवा-ए हिंद की बात करने वाले बेशर्मो सुनो... हमारी वफादारी पर शक करने वाले बेशर्मों, सुनो! भारत की आजादी की जंग में कालापानी की सजा काटने वाला पहला शख्स हैदराबादी मुसलमान था।'
ओवैसी आगे कहते हैं, 'फजल-ए-हक खैराबादी कौन था, जिसने अंग्रेजों से सौदा नहीं किया। गजवा ए हिंद की बात पूछने वाले बेईमानों, माल्टा की जेल में तुम थे या तुम्हारा बाप था। मौलाना हुसैन अहमद मदनी थे। उन्हें कई महीनों तक सर्दी में खुले मैदान में रख दिया गया था। मोहम्मद अली और शौकत अली (अली ब्रदर्स) कौन थे, एक का तो मुल्क से बाहर इंतकाल हो गया था। गजवा-ए हिंद की बात हमसे करते हो, शर्म करो बेईमानों।'
UP में एंट्री कर सकती है ओवैसी की AIMIM
असदुद्दीन ओवैसी आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जोरों से लगे हैं। पिछले दिनों ये भी ऐलान किया था इनकी पार्टी AIMIM उत्तर प्रदेश में भी एंट्री करेगी। सूत्र बताते हैं कि AIMIM यूपी में 7 सीटों पर उम्मीदवार उतरेगी। ओवैसी की पार्टी अपने सातों उम्मीदवारों को मुस्लिम बहुल सीटों पर उतारेगी। इस सीटों में फिरोजाबाद, बदायूं, मुरादाबाद, संभल, अमोरहा, मेरठ और आजमगढ़ शामिल हैं। यूपी में ओवैसी की पार्टी साल 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में भी हाथ आजमा चुकी है। पार्टी ने 95 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उन्हें किसी भी सीट पर सफलता नहीं मिली। ओवैसी की 2022 में करीब दर्जनभर रैलियां की थीं, बावजूद इसके उनकी पार्टी का खाता तक नहीं खुला।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 9 March 2024 at 13:55 IST