अपडेटेड 24 May 2024 at 14:04 IST
Delhi Lok Sabha Election: जिस पार्टी ने इस लोकसभा सीट पर किया कब्जा, केंद्र में बनी उसी की सरकार
दिल्ली की एक सीट ऐसी है जिसका इतिहास रोचक है। गुजरे दिनों के पन्ने पलटें तो पाएंगे कि जिसने भी इस पर फतह की उसके लिए केंद्र में सत्ता स्थापित करना आसान रहा।
Lok Sabha Election: दिल्ली की ये सबसे नई लोकसभा सीट है। परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई। इस सीट पर अब तक 3 लोकसभा चुनाव हुए हैं। चौथा चुनाव 25 मई 2024 को है। खास बात यही है कि अब तक जो जीता केंद्र में उसका ही इकबाल बुलंद हुआ। पहले यूपीए जीती फिर 2014 और 2019 में एनडीए ने बाजी मारी। ये पश्चिमी दिल्ली सीट है।
पिछले दो चुनावों में पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट पर आप-कांग्रेस और बीजेपी मैदान में थे और मुकाबला त्रिकोणीय था। इस बार इंडी अलायंस मिल कर चुनाव लड़ रही है। सीट आप के खाते में गई और टिकट महाबल मिश्रा को थमाया गया। इनकी सीधी टक्कर बीजेपी के कमलजीत सहरावत से है।
2014 में बीजेपी की बंपर जीत अब भी याद
2014 में AAP दूसरे नंबर पर थी, तो 2019 में कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी। कुल मिलाकर पलड़ा बीजेपी की ओर झुका ज्यादा है। 2014 की बात करें तो परवेश साहिब सिंह वर्मा ने 2.68 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीता था, उस वर्ष तक का सबसे बड़ा अंतर! 2019 में प्रधानमंत्री मोदी की सुनामी में उन्होंने ये जीत का फासला और बढ़ाया। 5.78 लाख वोटों के अंतर से परच लहराया।
2009 में महाबल मिश्रा कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। वो 2019 में 2.87 लाख वोटों संग दूसरे स्थान पर रहे तो 2014 में 1.93 लाख वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। परवेश इस बार भाजपा की ओर से मैदान में नहीं हैं ऐसे में सहरावत के लिए यह पहला लोकसभा चुनाव है। निर्वाचित होने पर सहरावत इस सीट से पहली महिला सांसद होंगी।
कुछ रोचक तथ्य!
दिल्ली के सबसे समृद्ध और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक मानी जाती है पश्चिमी दिल्ली लोक सभा सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 24.88 लाख से ज्यादा है यानि राष्ट्रीय राजधानी के कुल वोटर्स के 17 फीसदी यहीं पर बसते हैं। इनमें 13.27 लाख पुरुष और 11.61 लाख महिलाएं शामिल हैं।
- फर्स्ट टाइम वोटर्स के साथ-साथ 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की भी सबसे अधिक संख्या वाली लोकसभा सीट है
- दिल्ली में पहली बार मतदान करने वाले 1.47 लाख मतदाताओं में से 26,584 (लगभग 20%) इसी क्षेत्र में हैं
- 2008 से पहले इसे आंशिक रूप से बाहरी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में शामिल किया गया।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 24 May 2024 at 09:38 IST